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Himachal Election 2022: कांग्रेस से ज्यादा मंडी में बागी भाजपा के लिए बने सिरदर्द

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 27 अक्टूबर को मंडी जिले के उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किए गए नामांकन पत्रों की जांच कर ली गई है. जांच के उपरांत 78 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही पाए गए हैं. वहीं, तीन उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हो गए हैं. वहीं, भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जिले में पार्टी से बागी हुए नेताओं को मनाने में जुटी हुई है. (Himachal Assembly Election 2022) (Congress and BJP Convincing Rebels leaders) (Scrutiny of Nomination Papers in Mandi)

Scrutiny of Nomination Papers in Mandi
कांग्रेस से पूर्व प्रत्याशी लाल सिंह कौशल बागी
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Published : Oct 28, 2022, 10:58 AM IST

मंडी: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मंडी जिले के उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किए गए नामांकन पत्रों की वीरवार को जांच कर ली गई है. जांच के बाद 78 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही पाए गए हैं. वहीं, 3 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हो गए हैं. इन 78 उम्मीदवारों में 4 ऐसे भी उम्मीदवार हैं जो सूबे की दो प्रमुख पार्टियों कांग्रेस व बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं. दोनों ही पार्टियों के लिए बागी नेता सिरदर्द बन चुके हैं. (Himachal Assembly Election 2022) (Congress and BJP Convincing Rebels leaders) (Scrutiny of Nomination Papers in Mandi)

जिले में कांग्रेस की 1 तो भाजपा की 3 सीटों पर बागी नेता अड़ गए हैं. सबसे ज्यादा डैमेज का खतरा भाजपा को सदर सीट पर बन गया है. यहां से प्रवीण शर्मा भाजपा से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनावी मैदान में कूद गए हैं. भाजपा ने सदर से अनिल शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में प्रवीण शर्मा भाजपा व अनिल शर्मा के सामने चुनौती की तरह खड़े हो गए हैं. जानकारी के अनुसार भाजपा द्वारा प्रवीण शर्मा को मनाने की कोशिश जारी है, लेकिन प्रवीण शर्मा अब चुनाव में उतरने का मन बना चुके हैं. बीते 2 दिन पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कार्यक्रम मंडी में था. प्रवीण शर्मा की सीएम से अभी तक मुलाकात नहीं हो पाई .(BJP Convincing Rebels leaders in Mandi) (Rebels leaders in Mandi)

सुंदरनगर विधानसभा सीट पर भी अभिषेक ठाकुर को मनाने में भाजपा अभी तक नाकाम रही है. यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है, जो भाजपा के लिए खतरे की घंटी है. करसोग में भाजपा युवराज कपूर को शांत कराने में कामयाब रही है. यहां से युवराज कपूर ने भाजपा से टिकट ना मिलने पर बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरने का फैसला लिया था. करसोग में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्वयं जाकर राजनीतिक समीकरण उभरने से पहले शांत करवा दिया है. वहीं, भाजपा जोगिंदर नगर, सरकाघाट व द्रंग में भी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है. इन 3 सीटों पर टिकट की दौड़ में शामिल नेताओं के साथ पार्टी कार्यकर्ता टिकट आवंटन से खुश नहीं है.

ये भी पढ़ें: Himachal Pradesh Assembly Election 2022: प्रदेश में कुल 775 नामांकन पत्र दाखिल, 45 रद्द

'29 अक्टूबर तक हर हाल में मान जाएंगे बागी'- 2 दिन पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने मंडी में चुनावों के लिए स्थापित मीडिया सेंटर का निरीक्षण किया था. इस दौरान पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि जैसे ही चुनावों का दौर आता है तो कई नेता चुनाव लड़ने का मन बना लेते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा में एक व्यवस्था के तहत पार्टी का शीर्ष नेतृत्व प्रत्याशी का चयन करता है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जहां भी भाजपा के नेता आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं, उन्हें 29 अक्तूबर तक हर हाल में मनाया जाएगा. सीएम ने कहा कि कई स्थानों पर रूठे हुए नेताओं को मना लिया गया है और जल्द ही चुनावों में वह नेता भाजपा के लिए कार्य करेंगे.

कांग्रेस से पूर्व प्रत्याशी लाल सिंह कौशल बागी- कांग्रेस पार्टी की बात की जाए तो मंडी जिले की 10 विधानसभा सीटों में से नाचन विधानसभा सीट पर पूर्व प्रत्याशी लाल सिंह कौशल ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. टिकट कटने के बाद लाल सिंह कौशल आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनावी समर में कूद गए हैं. यहां से कांग्रेस ने नरेश चौहान को अपना प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष प्रकाश चौधरी का कहना है कि जो भी मनमुटाव है उन्हें सुलझा लिया जाएगा. पार्टी के फैसले का सम्मान करना हर कार्यकर्ता का कर्तव्य है. पार्टी में इस बार अनुशासनहीनता को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा. (Congress Convincing Rebels leaders in Mandi) (Congress Rebels leaders in Mandi)

कल तक ले सकेंगे नामांकन वापस- बता दें कि 27 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच के बाद 81 में से 78 उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए हैं. फिलहाल दोनों पार्टियों की तरफ से बागियों को मनाने की पूरी कोशिश की जा रही है. 29 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे तक प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकेंगे ,जिसके बाद मंडी जिले की तस्वीर साफ हो जाएगी.

ये भी पढ़ें: करसोग में चुनावी रण में 7 उम्मीदवार, स्क्रूटनी में सभी नामांकन पत्र पाए गए सही

मंडी: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मंडी जिले के उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किए गए नामांकन पत्रों की वीरवार को जांच कर ली गई है. जांच के बाद 78 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही पाए गए हैं. वहीं, 3 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हो गए हैं. इन 78 उम्मीदवारों में 4 ऐसे भी उम्मीदवार हैं जो सूबे की दो प्रमुख पार्टियों कांग्रेस व बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं. दोनों ही पार्टियों के लिए बागी नेता सिरदर्द बन चुके हैं. (Himachal Assembly Election 2022) (Congress and BJP Convincing Rebels leaders) (Scrutiny of Nomination Papers in Mandi)

जिले में कांग्रेस की 1 तो भाजपा की 3 सीटों पर बागी नेता अड़ गए हैं. सबसे ज्यादा डैमेज का खतरा भाजपा को सदर सीट पर बन गया है. यहां से प्रवीण शर्मा भाजपा से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनावी मैदान में कूद गए हैं. भाजपा ने सदर से अनिल शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में प्रवीण शर्मा भाजपा व अनिल शर्मा के सामने चुनौती की तरह खड़े हो गए हैं. जानकारी के अनुसार भाजपा द्वारा प्रवीण शर्मा को मनाने की कोशिश जारी है, लेकिन प्रवीण शर्मा अब चुनाव में उतरने का मन बना चुके हैं. बीते 2 दिन पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कार्यक्रम मंडी में था. प्रवीण शर्मा की सीएम से अभी तक मुलाकात नहीं हो पाई .(BJP Convincing Rebels leaders in Mandi) (Rebels leaders in Mandi)

सुंदरनगर विधानसभा सीट पर भी अभिषेक ठाकुर को मनाने में भाजपा अभी तक नाकाम रही है. यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है, जो भाजपा के लिए खतरे की घंटी है. करसोग में भाजपा युवराज कपूर को शांत कराने में कामयाब रही है. यहां से युवराज कपूर ने भाजपा से टिकट ना मिलने पर बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरने का फैसला लिया था. करसोग में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्वयं जाकर राजनीतिक समीकरण उभरने से पहले शांत करवा दिया है. वहीं, भाजपा जोगिंदर नगर, सरकाघाट व द्रंग में भी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है. इन 3 सीटों पर टिकट की दौड़ में शामिल नेताओं के साथ पार्टी कार्यकर्ता टिकट आवंटन से खुश नहीं है.

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'29 अक्टूबर तक हर हाल में मान जाएंगे बागी'- 2 दिन पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने मंडी में चुनावों के लिए स्थापित मीडिया सेंटर का निरीक्षण किया था. इस दौरान पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि जैसे ही चुनावों का दौर आता है तो कई नेता चुनाव लड़ने का मन बना लेते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा में एक व्यवस्था के तहत पार्टी का शीर्ष नेतृत्व प्रत्याशी का चयन करता है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जहां भी भाजपा के नेता आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं, उन्हें 29 अक्तूबर तक हर हाल में मनाया जाएगा. सीएम ने कहा कि कई स्थानों पर रूठे हुए नेताओं को मना लिया गया है और जल्द ही चुनावों में वह नेता भाजपा के लिए कार्य करेंगे.

कांग्रेस से पूर्व प्रत्याशी लाल सिंह कौशल बागी- कांग्रेस पार्टी की बात की जाए तो मंडी जिले की 10 विधानसभा सीटों में से नाचन विधानसभा सीट पर पूर्व प्रत्याशी लाल सिंह कौशल ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. टिकट कटने के बाद लाल सिंह कौशल आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनावी समर में कूद गए हैं. यहां से कांग्रेस ने नरेश चौहान को अपना प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष प्रकाश चौधरी का कहना है कि जो भी मनमुटाव है उन्हें सुलझा लिया जाएगा. पार्टी के फैसले का सम्मान करना हर कार्यकर्ता का कर्तव्य है. पार्टी में इस बार अनुशासनहीनता को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा. (Congress Convincing Rebels leaders in Mandi) (Congress Rebels leaders in Mandi)

कल तक ले सकेंगे नामांकन वापस- बता दें कि 27 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच के बाद 81 में से 78 उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए हैं. फिलहाल दोनों पार्टियों की तरफ से बागियों को मनाने की पूरी कोशिश की जा रही है. 29 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे तक प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकेंगे ,जिसके बाद मंडी जिले की तस्वीर साफ हो जाएगी.

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