मंडी: प्रदेश में बस किराए में 25 प्रतिशत वृद्धि का लगातार विरोध जारी है. विपक्ष इस फैसले के खिलाफ लगातार सरकार पर हमलावर है. विपक्ष सरकार से लगातार इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रही है.
मंडी के सेरी मंच पर कम्युनिस्ट पार्टी जिला इकाई ने सरकार के फैसले का विरोध जताते हुए जमकर नारेबाजी की है. कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव सुरेश सरवाल बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने सत्ता में आने से पहले जनता को बड़े-बड़े सपने दिखाए गए थे.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले जनता को राहत देने की बात की थी लेकिन दोनों सरकारें जनता को एक के बाद एक मंहगाई के तोहफा दे रही है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों केंद्र सरकार ने द्वारा पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी और अब प्रदेश सरकार ने बस किराए में 25 फीसदी की बढ़ोतरी कर जनता की जेबों को खाली करने का काम किया है.
सुरेश सरेवाल ने कहा कि पूरा देश इस समय कोरोना महामारी के दौर से गुजर रहा है. लाखों लोग इस समय बेरोजगार हो गए हैं. उन्होंने कहा कि इस समय सरकार को लोगों को राहत देनी चाहिए थी, लेकिन सरकार बस किराए और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को बढ़ाकर जनता को अतिरिक्त बोझ तले दबाने में लगी हुई है.
आपको बता दें कि कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी प्रदेश और जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन कर सरकार के इस फैसले पर अपना विरोध जता रही है. विभिन्न राजनीतिक दल प्रदर्शनों के माध्यम से प्रदेश सरकार से बढ़े हुए किराए को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. राजनीतिक दलों का कहना है कि प्रदेश सरकार जल्द बढ़े हुए किराए को वापस नहीं लेती है तो आने वाले समय में आंदोलन को तेज किया जाएगा.
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