मंडी: प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा राज्य मुक्त विद्यालय(एसओएस) के तहत 10वीं व 12वीं के अंग्रेजी विषय की स्पेशल चांस के अंतर्गत रि-अपीयर व इंप्रूवमेंट परीक्षा के दौरान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) सुंदरनगर में सुबह से अफरातफरी का माहौल रहा. परीक्षा शुरू होने से पहले स्कूल परिसर व सड़क पर सैंकड़ों परिक्षार्थियों व उनके परिजनों का जमावड़ा लग गया.
स्कूल में सैंकड़ों की संख्या में परीक्षा देने पहुंचे छात्रों को देखकर प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए और मजबूरन स्कूल में पढ़ने आए छात्रों को छुट्टी करनी पड़ी. वहीं, स्कूल शिक्षा बोर्ड की इस सुस्त व लापरवाह कार्यप्रणाली का खामियाजा स्कूल में पढ़ने वाले 550 छात्रों को एक दिन की पढ़ाई का नुकसान कर भुगतना पड़ा. परीक्षा के दौरान हालात इतने बेकाबू हो गए कि स्कूल प्रबंधन को पुलिस की सहायता लेनी पड़ी.
वहीं, सुंदरनगर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को संभाला. राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला(बाल) सुंदरनगर सेंटर में एसओएस परीक्षा को लेकर 772 परिक्षार्थियों को प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए थे. प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की सुस्ती व लापरवाही के चलते 1 जून को होने वाली परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 30 जून शाम 5 बजे के करीब जारी किए गए. इस वजह से हजारों परिक्षार्थियों को परेशान होना पड़ा और कई बच्चे तो परीक्षा में बैठ भी नहीं पाए. परीक्षा के दौरान परिक्षार्थियों की इतनी अधिक संख्या को एक ही सेंटर पर देने की वजह से स्कूल के सभी कमरों में बैठाया गया, जिसमें स्टाफ के 35 कर्मचारियों को कड़ी मश्क्कत करनी पड़ी.
मामले को लेकर प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी से फोन पर संपर्क किया गया तो बार-बार फोन करने पर भी कॉल रिसीव नहीं की गई. वहीं, जब कार्यालय के फोन नंबर पर संपर्क किया तो उपस्थित कर्मचारी ने ये कहा डॉ. सुरेश कुमार सोनी आउट ऑफ स्टेशन है. प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ये लापरवाही शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े करती है.
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वहीं, स्कूल के प्रिंसिपल सुंदर सिंह ठाकुर ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि एसओएस परीक्षा को लेकर परिक्षार्थियों की इतनी अधिक संख्या होने की वजह से स्कूल में अवकाश करना पड़ा है. इस बारे में बोर्ड को अवगत करवा दिया गया है. प्रबंधन स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य को लेकर गंभीर है और बच्चों की एक दिन की पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है, उसे एक्सट्रा क्लासेस लगाकर पूरा किया जाएगा.