कुल्लू: जिला लाहौल स्पीति के विधायक एवं प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा को स्पीति के मुख्यालय काजा में स्थानीय लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. इसके चलते कृषि मंत्री काजा में बिना प्रवेश के ही वापिस लौट आए. बता दें कि कृषि मंत्री के काजा पहुंचने पर मुख्य द्वार पर ही महिला मंडलों ने डॉ. रामलाल मारकंडा का विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था.
दरअसल, कृषि मंत्री काजा में मजदूरों की समस्या सुनने आए थे. मजदूर काजा सड़क को लोक निर्माण के हवाले किए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. वहीं, कृषि मंत्री काजा पहुंचने पर महिला मंडलों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया.
वहीं, इस मामले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. वायरल वीडियो के अनुसार महिलाएं मंत्री को होम क्वारंटाइन के नियमों का हवाला देती नजर आ रही हैं. मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को भी बस किन्नौर से काजा के लिए भेजी गई थी, लेकिन काजा में महिलाओं ने सवारियों को नहीं उतरने दिया और उन्हें उसी बस में वापस भेज दिया.
महिलाओं का कहना है कि कुछ लोग यहां पर बाहरी राज्यों से मजदूरों को ला रहे हैं. साथ ही सरकारी अधिकारियों का भी लगातार आना जाना लगा हुआ है. इससे सरकार के होम कवारंटाइन के नियमों का उल्लंघन हो रहा है.
महिलाओं ने कहा कि कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा भी बाहरी जगह से आए हैं. उन्हें भी यहां आने पर नियमों का पालन करना चाहिए. वहीं, महिलाओं के रोष को देखते हुए कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा को भी मौके से वापस लौटना पड़ा.
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