नई दिल्ली: भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या आगामी घरेलू सत्र में बड़ौदा की ओर से लाल गेंद से क्रिकेट टूर्नामेंट खेलना चाहते हैं. बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के एक बड़े सूत्रों ने शुक्रवार को ईटीवी भारत को बताया कि हार्दिक घरेलू क्रिकेट में वापसी करेंगे और रेड बॉल क्रिकेट में हाथ आजमाते हुए नजर आएंगे.
भारत की टेस्ट टीम में एक बार फिर जगह बनाने के लिए यह आक्रामक ऑलराउंडर कड़ी मेहनत कर रहा है. हार्दिक भले ही मौजूदा दलीप ट्रॉफी का हिस्सा नहीं थे, लेकिन अगर हार्दिक 11 अक्टूबर से शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफी के लिए बड़ौदा आते हैं तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए. पांड्या ने 2018 के बाद से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हिस्सा नहीं लिया है, जब उन्होंने बड़ौदा का प्रतिनिधित्व किया था.
30 वर्षीय पांड्या ने 2018 में साउथहैम्पटन में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला था. हार्दिक ने राष्ट्रीय टीम के लिए 11 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उन्होंने 31.29 की औसत से 532 रन बनाए हैं और अब तक 17 विकेट लिए हैं. टेस्ट टीम में अपनी जगह पर बोलते हुए हार्दिक ने कहा कि वह कड़ी मेहनत करेंगेय
पंड्या ने मीडिया से कहा, 'मैंने वहां पहुंचने के लिए 10 प्रतिशत भी नहीं किया है. मैं एक प्रतिशत का भी हिस्सा नहीं हूं. इसलिए, मेरा वहां आना और किसी की जगह लेना नैतिक रूप से ठीक नहीं होगा. अगर मैं टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं, तो मैं कड़ी मेहनत करूंगा और अपनी जगह बनाऊंगा. इसलिए मैं डब्ल्यूटीसी फाइनल या भविष्य की टेस्ट सीरीज के लिए तब तक उपलब्ध नहीं रहूंगा, जब तक मुझे यह महसूस न हो जाए कि मैंने अपनी जगह बना ली है'.
हार्दिक के पास एक महीने से भी कम समय होगा क्योंकि बड़ौदा 11 अक्टूबर को गत चैंपियन मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी का अपना पहला मैच खेलेगा. न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की सीरीज 16 अक्टूबर से शुरू होगी जबकि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 22 नवंबर से शुरू होगी.