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MLA ने पूछा-कितने कपल एक ही जगह कर रहे नौकरी, 3 साल में कितना दिया मकान और चिकित्सा भत्ता, सरकार बोली- सूचना कर रहे एकत्रित - Vidhan Sabha Monsoon session

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 15, 2024, 6:34 PM IST

Questions in Monsoon session: इस बार विधानसभा मानसून सत्र 11 दिनों तक चला. विधनासभा सत्र के दौरान सरकार जिन सवालों का जवाब नहीं देना चाहती, उसमें कह दिया जाता है कि सूचना एकत्रित की जा रही है. डिटेल में पढ़ें खबर...

विधानसभा मानसून सत्र
विधानसभा मानसून सत्र (फाइल फोटो)

शिमला: विधानसभा के सत्र के दौरान विधायक विभिन्न विषयों पर सरकार से जानकारी हासिल करने के लिए सवाल पूछते हैं. अक्सर ये पाया जाता है कि सरकार जिस सवाल का जवाब नहीं देना चाहती, उसमें कह दिया जाता है कि सूचना एकत्रित की जा रही है.

इसे लेकर सदन में विधायक सरकारों की मंशा पर सवाल भी उठाते हैं. सरकार चाहे किसी की भी हो, ये सिलसिला जारी रहता है. हाल ही में हिमाचल विधानसभा का मानसून सेशन संपन्न हुआ. बेशक ये रिकॉर्ड 11 दिन चला, लेकिन इसमें अंतिम दिन कई सवालों के जवाब में सरकार की तरफ से ये जवाब आया कि सूचना एकत्रित की जा रही है. यहां ऐसे कुछ उदाहरणों को आगे दर्ज किया जा रहा है.

कुल्लू से कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने एक अहम जानकारी चाही थी. विधायक गौड़ ने अतारांकित प्रश्न संख्या 407 में वित्त विभाग से संबंधित सवाल किया था. दो हिस्सों में बंटे सवाल में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से जानना चाहा था कि प्रदेश में कितने अधिकारी व कर्मचारी कपल यानी पति-पत्नी ऐसे हैं, जो एक ही स्थान पर कार्यरत हैं. यानी कितने अफसर व कर्मचारी कपल एक ही स्थान पर सेवाएं दे रहे हैं साथ ही गौड़ ने ये जानना चाहा था कि तीन साल के अंतराल में उनके मकान व चिकित्सा भत्ते पर सरकार ने कितना खर्च किया. इसका जवाब महज एक पंक्ति में आया-सूचना एकत्रित की जा रही है.

सुधीर शर्मा के सवाल में भी वही जवाब

धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा ने सवाल किया था कि सरकारी विभागों, आयोगों, निगमों व बोर्डों में कितने अफसर व कर्मचारी कार्यरत हैं. इन सभी में कितने पेंशनर्स व फैमिली पेंशनर्स हैं और उनका मासिक पेंशन बिल कितना है. इसका जवाब भी यही था-सूचना एकत्रित की जा रही है.

सेशन के अंतिम दिन में ये अतारांकित प्रश्न संख्या 762 थी. इसी तरह सुधीर शर्मा ने अतारांकित प्रश्न संख्या 778 के जरिए जानना चाहा था कि सरकार विभिन्न विभागों में खाली पदों को भरने के लिए क्या कदम उठा रही है. कैबिनेट सब-कमेटी ने रोजगार सृजन के लिए क्या सिफारिशें की हैं, उसका ब्यौरा दें. इस बार जवाब कुछ दिलचस्प था. सरकार ने जवाब दिया सूचना अभी भी एकत्रित की जा रही है.

निकाले गए आउटसोर्स कर्मियों की मांगी जानकारी, सरकार का जवाब वही

नाचन से भाजपा विधायक विनोद कुमार ने सवाल किया था कि विभिन्न विभागों में आउटसोर्स पर तैनात कितने कर्मियों को नौकरी से निकाला गया और क्या सरकार उनको फिर से रोजगार देने का विचार रखती है? सरकार का फिर वही जवाब था कि सूचना एकत्रित की जा रही है. ये अतारांकित प्रश्न संख्या 672 थी और जवाब सीएम को देना था.

इसी प्रकार भाजपा विधायक जनकराज के अतारांकित प्रश्न संख्या 783 का भी सीएम की तरफ ये वही जवाब आया कि सूचना एकत्रित की जा रही है. इसी तरह आईडी लखनपाल के विज्ञापनों से जुड़े सवाल व त्रिलोक जम्वाल के अफसरों के विदेश प्रवास से जुड़े सवालों का भी यही जवाब आया.

ये भी पढ़ें: राहुल गांधी ने थपथपाई CM सुक्खू की पीठ, चिट्ठी में हिमाचल सरकार की इस योजना को सराहा

ये भी पढ़ें: हिमाचल में सुक्खू सरकार ने किया ऐसा काम, अब इतने हजार महिलाओं को मिल रहा है ये इनाम

शिमला: विधानसभा के सत्र के दौरान विधायक विभिन्न विषयों पर सरकार से जानकारी हासिल करने के लिए सवाल पूछते हैं. अक्सर ये पाया जाता है कि सरकार जिस सवाल का जवाब नहीं देना चाहती, उसमें कह दिया जाता है कि सूचना एकत्रित की जा रही है.

इसे लेकर सदन में विधायक सरकारों की मंशा पर सवाल भी उठाते हैं. सरकार चाहे किसी की भी हो, ये सिलसिला जारी रहता है. हाल ही में हिमाचल विधानसभा का मानसून सेशन संपन्न हुआ. बेशक ये रिकॉर्ड 11 दिन चला, लेकिन इसमें अंतिम दिन कई सवालों के जवाब में सरकार की तरफ से ये जवाब आया कि सूचना एकत्रित की जा रही है. यहां ऐसे कुछ उदाहरणों को आगे दर्ज किया जा रहा है.

कुल्लू से कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने एक अहम जानकारी चाही थी. विधायक गौड़ ने अतारांकित प्रश्न संख्या 407 में वित्त विभाग से संबंधित सवाल किया था. दो हिस्सों में बंटे सवाल में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से जानना चाहा था कि प्रदेश में कितने अधिकारी व कर्मचारी कपल यानी पति-पत्नी ऐसे हैं, जो एक ही स्थान पर कार्यरत हैं. यानी कितने अफसर व कर्मचारी कपल एक ही स्थान पर सेवाएं दे रहे हैं साथ ही गौड़ ने ये जानना चाहा था कि तीन साल के अंतराल में उनके मकान व चिकित्सा भत्ते पर सरकार ने कितना खर्च किया. इसका जवाब महज एक पंक्ति में आया-सूचना एकत्रित की जा रही है.

सुधीर शर्मा के सवाल में भी वही जवाब

धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा ने सवाल किया था कि सरकारी विभागों, आयोगों, निगमों व बोर्डों में कितने अफसर व कर्मचारी कार्यरत हैं. इन सभी में कितने पेंशनर्स व फैमिली पेंशनर्स हैं और उनका मासिक पेंशन बिल कितना है. इसका जवाब भी यही था-सूचना एकत्रित की जा रही है.

सेशन के अंतिम दिन में ये अतारांकित प्रश्न संख्या 762 थी. इसी तरह सुधीर शर्मा ने अतारांकित प्रश्न संख्या 778 के जरिए जानना चाहा था कि सरकार विभिन्न विभागों में खाली पदों को भरने के लिए क्या कदम उठा रही है. कैबिनेट सब-कमेटी ने रोजगार सृजन के लिए क्या सिफारिशें की हैं, उसका ब्यौरा दें. इस बार जवाब कुछ दिलचस्प था. सरकार ने जवाब दिया सूचना अभी भी एकत्रित की जा रही है.

निकाले गए आउटसोर्स कर्मियों की मांगी जानकारी, सरकार का जवाब वही

नाचन से भाजपा विधायक विनोद कुमार ने सवाल किया था कि विभिन्न विभागों में आउटसोर्स पर तैनात कितने कर्मियों को नौकरी से निकाला गया और क्या सरकार उनको फिर से रोजगार देने का विचार रखती है? सरकार का फिर वही जवाब था कि सूचना एकत्रित की जा रही है. ये अतारांकित प्रश्न संख्या 672 थी और जवाब सीएम को देना था.

इसी प्रकार भाजपा विधायक जनकराज के अतारांकित प्रश्न संख्या 783 का भी सीएम की तरफ ये वही जवाब आया कि सूचना एकत्रित की जा रही है. इसी तरह आईडी लखनपाल के विज्ञापनों से जुड़े सवाल व त्रिलोक जम्वाल के अफसरों के विदेश प्रवास से जुड़े सवालों का भी यही जवाब आया.

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