कुल्लू: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए खेलो इंडिया का नारा दिया ताकि युवा खेल के जरिए खुद को फिट रखें. हालांकि इस नारे को लेकर कई राज्यों में खेलकूद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया और कई युवाओं ने इसमें भी भाग लिया, लेकिन युवाओं को खेल मैदान की कमी काफी अखर रही है.
खेल मैदान की कमी से खिलाड़ी परेशान
प्रदेश में भी इसी नारे के माध्यम से खेल विभाग के द्वारा कई युवक मंडलों को साथ लेकर फिट रहने की शुरुआत की गई, लेकिन प्रदेश में खेल मैदान की कमी के चलते युवाओं को परेशानी हो रही है. जिला कुल्लू में ढालपुर के मैदान के अलावा कुछ एक मैदान ही हैं. यहां के युवाओं को खेलने की सुविधा नहीं मिल पा रही है. दरअसल ढालपुर मैदान के अलावा जो दूसरे मैदान हैं वे या तो छोटे हैं या फिर मेंटेन नहीं है जिससे खिलाड़ियों को परेशानी हो रही है.
खेल मैदान के लिए लेनी पड़ती है परमिशन
वहीं, ढालपुर मैदान में खेल आयोजन के लिए पहले प्रशासन की अनुमति भी लेनी पड़ती है क्योंकि इस मैदान में खेलकूद के अलावा दशहरा उत्सव का भी आयोजित किया जाता है. युवाओं को खेल प्रतिभा बढ़ाने के लिए खेल मैदान होना बहुत जरूरी है क्योंकि बिना खेल मैदान वे चाहकर भी अपनी प्रतिभा नहीं दिखा सकते.
खेल मैदान की मांग
कुल्लू में क्रिकेट खेलने पहुंचे खिलाड़ियों का कहना है कि जिला में युवाओं को खेलने के लिए उचित मैदान नहीं मिल रहा. ऐसे में युवा अपनी प्रतिभा में कैसे निखार लाएं. खिलाड़ियों का कहना है कि ढालपुर और पुलिस मैदान ही खिलाड़ियों के खेलने का एकमात्र मैदान है. अगर सरकार युवाओं को खेलों की और मोड़ना चाहती है तो वे सबसे पहले मैदान उपलब्ध करवाए. वहीं, जो मैदान उपलब्ध हैं, उनकी दशा को भी जल्द सुधारा जाए.
सरकार ने चलाई हैं योजनाएं
इस बारे में जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी बलबीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री खेलकूद प्रोत्साहन योजना के तहत खेलकूद को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. वहीं, कुछ जगहों पर नए खेल मैदान भी बनाए जा रहे हैं.
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