कुल्लू: आधुनिक बस अड्डा कुल्लू में सात दिवसीय राम कथा महायज्ञ का आयोजन शुरू हो गया है. इस महायज्ञ का आयोजन 11 दिसंबर तक होगा. महायज्ञ का शुभारंभ वृंदावन से पधारे अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता भगवन भूषण आचार्य राम विलास चतुर्वेदी के कर कमलों से हुआ.
विश्व शांति कथा का उद्देश्य
आचार्य राम विलास ने अपने प्रवचनों में कहा कि ऋषियों की तपोस्थली देवभूमि कुल्लू में आज सीएसए समूह के चेयरमैन संतोष मित्तल की ओर से राम कथा महायज्ञ का आयोजन हो रहा है. उसका उद्देश्य विश्व शांति व सभी के सुखी रहने के लिए हैं. उन्होंने कहा कि भगवान रघुनाथ जी 400 साल पहले लोगों की कृपा के लिए यहां पधारे थे. आज की कथा में कुल्लू वासियों को वो ही आनंद प्राप्त होने वाला है.
मानव चरित्र का होगा निर्माण
आचार्य ने कहा कि राम कथा मानव का चरित्र निर्माण करती है. यह कथा संस्कारों को जन्म देती है. आज के भौतिक युग में व्यक्ति भोगों की और ललाइत होकर दुखों में फंसता जा रहा है. इससे बचने के लिए राम कथा की विशेष आवश्यकता है. इस अवसर पर सीएसए समूह के चैयरमैन संतोष मित्तल ने कहा कि कोरोना काल के भय से निवारण पाते हुए व्यक्ति कुछ समय आनंद के साथ भगवत चर्चा में लगे.
कोरोना नियमों का हो रहा पालन
इसके लिए आयोजन सभी कुल्लू वासियों की ओर से किया जा रहा है. इस आयोजन में हिमाचल सरकार की ओर से निर्धारित सभी कोरोना के नियमों का पालन किया जा रहा है. इस शुभ अवसर पर विशेष रूप पधारी रचना मित्तल अन्य जन मानस लोग भी उपस्थित रहे.