कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश (Heavy rain) से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. कुल्लू जिले में बीते 2 दिनों से हो रही बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. वहीं, दूसरी ओर भारी बारिश के चलते पहाड़ियों से पत्थर गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है. ब्यासर के साथ लगते नांगचा गांव में भी दोपहर के समय पहाड़ियों से बड़ी-बड़ी चट्टानें गिरने लगी, जिसके चलते ग्रामीणों ने गांव खाली कर दिया है.
जिला कुल्लू के साथ लगते ब्यासर के नांगचा गांव (Nangcha Village) में दोपहर के समय अचानक पहाड़ से पत्थर गिरने का सिलसिला शुरू हुआ और थोड़ी ही देर में बड़ी-बड़ी चट्टानें गिरने लगी. लैंडस्लाइड के कारण कई लोगों की गौशालाएं पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं. वहीं, चट्टानों ने लोगों के घरों की छतों को भी नुकसान पहुंचाया है. डर के चलते ग्रामीण अपने मवेशियों को भी अपने साथ सुरक्षित स्थानों की ओर ले गए हैं.
लैंडस्लाइड को लेकर ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल भी इस समस्या को लेकर तुरंत डीसी कार्यालय (DC Office) पहुंचे और डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग (Deputy Commissioner Kullu Ashutosh Garg) को भी इस समस्या से अवगत करवाया. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम विकास शुक्ला (SDM Vikas Shukla) ने भी नांगचा गांव का दौरा किया और ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि फिलहाल उनके अस्थाई तौर पर रहने की व्यवस्था भी जिला प्रशासन की ओर से की जाएगी.
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव (General Secretary of Himachal Pradesh Congress Committee) भुवनेश्वर ने बताया कि नांगचा गांव में अचानक पहाड़ से चट्टानें गिरने का सिलसिला शुरू हुआ. जिसके चलते बगीचे और खेतों को नुकसान हुआ है. इस दौरान लोगों के घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. उन्होंने कहा अभी भी पहाड़ियों से चट्टानें गिरने (landslide) का सिलसिला जारी है और लोग भी घबराकर गांव खाली कर सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए हैं. ऐसे में जिला प्रशासन जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करें ताकि लोग सुरक्षित अपने घरों में रह सकें.
वहीं, एसडीएम विकास शुक्ला (SDM Vikas Shukla) ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि तकनीकी विशेषज्ञों की टीम जल्द ही गांव का दौरा करेगी और किस तरह से पहाड़ी से भूस्खलन को रोका जा सकता है, इस दिशा में भी जिला प्रशासन की ओर से कदम उठाया जाएगा. फिलहाल ग्रामीणों को फौरी राहत के तौर पर तिरपाल, बर्तन, कपड़े रजाइयां भी मुहैया करवाई जाएंगी ताकि वे सुरक्षित रह सकें. यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि बरसात के मौसम में किसी को परेशानी न हो.
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