कुल्लू: जिला के पंजीकृत पैराग्लाइडिंग के पायलटों को रिफ्रेशर कोर्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि पायलट सैलानियों को लेकर साहसिक उड़ान को सुरक्षित तरीके से पूरी कर सके. जिला की पैराग्लाइडिंग साइटों में 16 और 17 मार्च को दो दिनों तक कुल्लू घाटी की सभी साइटों में पैराग्लाइडिंग की गतिविधियां नहीं होंगी.
मनाली के अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान में कोर्स होगा. नशा, शराब और पैराग्लाइडिंग की सुरक्षित उड़ान नामक विषय पर पैराग्लाइडिंग पायलटों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिला की सोलंगनाला, मढ़ी, डोभी, मझाच, तलोगी, कोठी, गड़सा, नांगाबाग में पैराग्लाइडिंग नहीं होगी.
इस प्रशिक्षण के बाद सभी पायलटों को प्रमाणपत्र भी जारी किया जाएगा. जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि 16 मार्च को पायलटों को प्रशिक्षित किया जाएगा. साथ ही 17 मार्च को अन्य बचे 225 पायलटों को प्रशिक्षण देंगे.
जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी का कहना है कि समिति की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि पैराग्लाइडिंग में पर्यटकों की सुरक्षा, सुरक्षित उड़ान को देखते हुए प्रशिक्षण दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में जिला कुल्लू के सोलंगनाला, डोभी और तलोगी में पैराग्लाइडिंग के दौरान हादसा हुआ था, जिसमें आधा दर्जन सैलानी समेत कई लोग घायल हो गए थे. ऐसे में पर्यटन विभाग की ओर से पैराग्लाइडिंग पायलटों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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