कुल्लू: शिक्षा बोर्ड के आदेशों के मुताबिक डीएलएड प्रथम वर्ष वालों की परीक्षा जो 23 नवंबर से शुरू होने जा रही है, लेकिन इस कारण तमाम प्रदेश के 28 निजी व 32 सरकारी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के लगभग एक हजार प्रशिक्षु समस्या में हैं. प्रदेश के सभी संस्थानों के होस्टलों में दूसरे जिलों के दूरदराज के क्षेत्रों से लगभग 800 से 1200 छात्र व छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
कोरोना महामारी के चलते होस्टल में रहने वाले सभी प्रशिक्षु अपने घरों में है, लेकिन अब 23 नवंबर से डीएलएड के प्रथम वर्ष की परीक्षा आरम्भ की जा रही है और वहीं दूसरी ओर सरकारी आदेशों के मुताबिक होस्टल को बंद रखा जाएगा. ऐसे में परीक्षा के समय वो कहां रहेंगे, ये समस्या छात्रों के साथ-साथ अब प्रशासन की भी है.
दूसरे जिलों के बहुत से छात्र प्रशिक्षण ले रहे हैं और कोरोना की वजह से बच्चों को मकान मालिक कमरे देने को तैयार नहीं है क्योंकि विभिन्न जिला के बच्चे अन्य जिलों में जाकर प्रशिक्षण ले रहे हैं.
इस वजह से मकान मालिकों के अंदर एक डर है कि कोरोना ना हो जाए और साथ ही विभिन्न प्रशिक्षण संस्थान पर ऑनलाइन क्लासेज नहीं लगी हैं. जिसकी वजह से छात्रों को उनका पाठयक्रम ज्ञान भी ठीक से नहीं हो पाया है.
ऐसे में सभी छात्रों की मांग है कि वर्तमान की इस समस्या को देखते हुए स्कूलों व कालेजों की तर्ज पर उन्हें भी प्रमोट कर दिया जाए या ऑनलाइन या फिर परीक्षाओं की तिथि को जनवरी 2021 बढ़ा दिया जाए.
पढ़ें: कांग्रेस पूछती थी...कीथी आ एम्स...अब बोलती होगी बंद: नड्डा
पढ़ें: तिब्बती समुदाय के लोगों ने चीनी सीमा पर निकाली रैली, फ्री तिब्बत की रखी मांग