मनाली/ कुल्लू: कोरोना संक्रमण के मामले लगातार तेजी पकड़ रहें है. जिला कुल्लू में भी संक्रमण के मामलो में बढ़ोतरी हुई है. इसके चलते घाटी का पर्यटन कारोबार भी प्रभावित हुआ है. होटलों में सन्नाटा पसरा हुआ है.
पर्यटन नगरी मनाली में होटल कारोबारी होटल्स की लीज को खत्म कर रहे हैं और वापस अपने-अपने राज्यों का रुख कर रहे हैं. बता दें पर्यटन नगरी मनाली में बाहरी राज्यों से कारोबारी हर साल होटलों को लीज पर लेते थे, लेकिन बीते साल से कोरोना संक्रमण के चलते पर्यटन कारोबार यहां ठप हो गया है और कारोबारी लीज खत्म करने में लगे हुए हैं, ताकि उन्हें नुकसान न उठाना पड़े. मनाली में कोरोना की दूसरी लहर के बीच इन कारोबारियों ने लीज तोड़ दी है, मनाली में पर्यटन से जुड़े हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं.
होटल्स में पसरा सन्नाटा
मनाली के होटल्स में पूरी तरह से तालाबंदी होने के कारण इस साल का पर्यटन सीजन भी कोरोना के कारण बंद हो गया है. इससे न केवल पर्यटन कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान हुआ है, बल्कि प्रदेश सरकार को भी राजस्व के रूप में करोड़ों की घाटा हुआ है.
मनाली पर्यटन से जुड़े हजारों लोग हुए बेरोजगार
मनाली में काम करने वाले महेश, हरि राम, संजय ने बताया कि वो होटल में बतौर वेटर और कुक का काम करते हैं, लेकिन कोरोना के चलते होटल में ताले लग गए हैं. ऐसे में अब वे अपने घरोें को लौटना चाहते हैं, इस साल हालात पिछले साल से भी खराब हैं. मनाली के होटलियर श्याम सुंदर शर्मा, निहाल ठाकुर और बिशन ठाकुर ने बताया कि पर्यटन कारोबार 40 सालों के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है, होटल सुनसान होने से ताले लग गए हैं. 90 फीसदी होटल्स में लीज तोड़कर तोड़कर कारोबारी लौट गए हैं.
मनाली में अधिकतर होटल 15 से 20 वर्षों से लीज पर चल रहे हैं, लेकिन अब कारोबार न होने से लीज पर होटल चलाने वाले दिल्ली, मुंबई और चंडीगढ़ के कारोबारी वापस लौट गए हैं.
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