कुल्लू: जिला कुल्लू में 2 सालों से एंटी हेल नेट की सब्सिडी का इंतजार कर रहे बागवानों को अब सब्सिडी की राशि जारी हो जाएगी. उद्यान विभाग के पास 3 करोड़ 23 लाख रुपये की अनुदान राशि आ गई और ऐसे में अब जिला कुल्लू में 921 बागवानों को उद्यान विभाग के द्वारा यह अनुदान राशि दी जाएगी. वहीं, इस साल आनी और निरमंड के लिए ही एक करोड़ 73 लाख रुपये की अनुदान राशि जारी हुई है. जिससे बागवानों को अब काफी फायदा भी होगा.
प्रदेश सरकार के द्वारा बागवानों को एंटी हेल नेट के लिए 80% अनुदान दिया जाता है और कुल्लू जिले में आनी उपमंडल में सबसे ज्यादा बागवानों ने एंटी हेल नेट लगाए हैं, लेकिन बागवानों को 2 सालों से इसकी अनुदान राशि नहीं मिल पाई थी. जिसके चलते बागवान उद्यान विभाग के कई बार चक्कर काट चुके हैं. वहीं, उद्यान विभाग से उन्हें कहा जाता था कि अभी तक अनुदान राशि का फंड नहीं आया है. अब उद्यान विभाग के पास 3 करोड़ 23 लाख रुपये की राशि पहुंच गई है.
उद्यान विभाग के द्वारा एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत एक करोड़ 20 लाख रुपये, हॉर्टिकल्चर डेवलपमेंट स्कीम के तहत एक करोड़ 5 लाख रुपये, महक योजना के तहत 8 लाख 55 हजार रुपये, कीवी में 6 लाख 93 हजार रुपये की राशि पर अबकी बार अनुदान राशि के रूप में स्वीकृत कर पहुंच गई है. ऐसे में जिला कुल्लू के किसान बागवान इन योजनाओं के तहत अनुदान का भी लाभ ले सकते हैं और नए बागवान भी इसमें आवेदन कर सकते हैं.
जिला कुल्लू में एंटी हेल नेट योजना के तहत पिछले 3 सालों में अब तक उद्यान विभाग की ओर से 20 हजार 467 बागवानों को 13 करोड़ 93 लाख 63 हजार रुपये की अनुदान राशि जारी की जा चुकी है. अभी भी 921 बागवानों को एंटी हेल नेट के तहत अनुदान राशि देनी शेष है. ऐसे में एक करोड़ 73 लाख रुपये अभी भी कम पड़ रहे हैं. हालांकि उद्यान विभाग के द्वारा इसके लिए कार्य शुरू कर दिया गया है और 260 बागवानों के लिए भी एंटी हेल नेट लगाने के कार्य आदेश जारी कर दिए हैं, ताकि बागवान को इसका फायदा मिल सके.
गौर रहे कि कुल्लू जिले में सेब का उत्पादन ज्यादा होता है. वहीं, हर साल बागवानों को कभी ओले तो कभी तूफान से भारी नुकसान भी उठाना पड़ता है. जिससे बागवानों का साल भर का खर्च भी नहीं निकल पाता है. ऐसे में सरकार की ओर से एंटी हेल नेट योजना के तहत अनुदान देने का कार्य जब से शुरू किया है. तब से बागवान को इसका फायदा मिल रहा है. इस योजना के तहत बागवानों द्वारा एंटी हेल नेट खरीदने पर उन्हें 80% तक अनुदान भी मिल रहा है. अब सेब को ओलों से बचाने के लिए एंटी हेल नेट लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं.
उद्यान विभाग के उपनिदेशक बीएम चौहान ने बताया कि कुल्लू जिले में उद्यान विभाग को अंतिम हेल नेट के तहत 3 करोड़ 23 लाख रुपये की राशि आई है. इसमें एक करोड़ 73 लाख रुपये आनी उपमंडल को दिया गए हैं, क्योंकि यहां सबसे अधिक बागवानों ने एंटी हेल नेट लगाए हैं. इसके अलावा जो बागवान रह गए हैं उन्हें भी जल्द से जल्द एंटी हेल नेट की सब्सिडी जारी की जाएगी.