मॉस्को: भूमध्य सागर में रूस का एक मालवाहक जहाज 'उर्सा मेजर' के डूबने की खबर मिली है. यूरोन्यूज ने रूसी अधिकारियों के हवाले से बताया कि उर्सा मेजर नाम के कार्गो शिप के इंजन में पहले विस्फोट हुआ, जिससे यह डूब गया. शिप पर सवार दो चालक दल के सदस्य लापता बताए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक इस कार्गो शिप को 2009 में समुद्र में उतारा गया था.
अधिकारियों ने पुष्टि की है कि 16 चालक दल के सदस्यों में से 14 को बचा लिया गया है और वे अब स्पेन में हैं. वहीं, रूसी विदेश मंत्रालय ने विस्फोट के कारण के बारे में कुछ नहीं बताया है. उर्सा मेजर जहाज भारी उपकरण लेकर रूस के सुदूर पूर्वी बंदरगाह व्लादिवोस्तोक की ओर जा रहा था, तभी यह दुर्घटना घटी.
स्पेन में रूसी दूतावास ने बयान जारी करते हुए कहा कि हम हादसे की वजह पता लगाने में जुटे हैं. वहीं, इससे पहले सोमवार को वहां से गुजर रहे एक जहाज द्वारा ली गई फुटेज में यह जहाज एक ओर भारी झुकाव के साथ दिखा, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. जानकारी के मुताबिक जहाज की देखरेख ओबोरोनलॉजिस्टिका कंपनी करती है, जो रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा नियंत्रित एक कंपनी है. यह आमतौर पर मिसाइलों और टैंकों जैसी सैन्य आपूर्ति का परिवहन करती है.
यूरोन्यूज ने बताया कि कंपनी ने कहा कि उर्सा मेजर क्रेन और आइसब्रेकर के पुर्जे ले जा रहा था. हालांकि, यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी ने सुझाव दिया कि जहाज बशर अल-असद के पतन के बाद रूसी-नियंत्रित सीरियाई बंदरगाह टार्टस से हथियार और कर्मियों को ले जा रहा था. बता दें, इसी साल जुलाई में रूसी रक्षा मंत्रालय से जुड़े दो अन्य अधिकारी, मागोमेद खांडायेव और इगोर कोटेलनिकोव की हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रूस की सुरक्षा एजेंसी FSB ने कहा कि उसने इवानोव के खिलाफ इगोर कोटेलनिकोव की गवाही मांगी थी, क्योंकि कोटेलनिकोव पर अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप था. यूरोन्यूज ने पहले की रिपोर्टों का हवाला देते हुए बताया कि उर्सा मेजर सहित रूसी 'भूत जहाज' पहले भी सीरिया में सैन्य डिलीवरी से जुड़े रहे हैं.