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कांग्रेस ने कुल्लू में किया धरना प्रदर्शन, JEE व NEET की परीक्षाओं को टालने की रखी मांग - मनाली ब्लॉक कांग्रेस

कोरोना संक्रमण को बढ़ता देख कांग्रेस भी इन परीक्षाओं के आयोजन का विरोध कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि जब तक देश में हालात बेहतर नहीं होते हैं, तब तक इन परीक्षाओं को टाल दिया जाए. कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ने इसी मुद्दे को लेकर एक रोष रैली भी निकाली और डीसी कुल्लू के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को भी एक ज्ञापन भेजा गया.

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Published : Aug 28, 2020, 3:50 PM IST

कुल्लू: केंद्र सरकार देशभर के छात्रों के लिए अब जेईई मेन व नीट की परीक्षाओं का आयोजन के फैसले पर बरकरार है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने भी इन परीक्षाओं को टालने की याचिका को भी खारिज करने कर दिया है. जेईई मेन व नीट की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर देश में दो गुट बन चुके हैं. सरकार परीक्षा करवाने के हक में है और विपक्षी दल और कुछ बुद्धीजिवी सरकार व सुप्रीम कोर्ट से परीक्षाओं के आयोजन के फैसले पर फिर से विचार करने के लिए कह रहे हैं.

इसी बीच कोरोना संक्रमण को बढ़ता देख कांग्रेस भी इन परीक्षाओं के आयोजन का विरोध कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि जब तक देश में हालात बेहतर नहीं होते हैं, तब तक इन परीक्षाओं को टाला जाए.

वीडियो.

जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा इसी मुद्दे को लेकर एक रोष रैली भी निकाली और डीसी कुल्लू के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को भी एक ज्ञापन भेजा गया. मनाली ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हरि चंद शर्मा का कहना है कि केंद्र सरकार के द्वारा जो जेईई मेन व नीट की परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया गया है, यह समय बिल्कुल भी सही नहीं है.

उनका कहना है कि हिमाचल प्रदेश के हजारों छात्रों को यह परीक्षाएं बाहरी राज्यों में देनी पड़ती हैं और इन दिनों कोरोना संक्रमण के चलते छात्र अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. ऐसे में अगर केंद्र सरकार इन परीक्षाओं का आयोजन करती है, तो छात्रों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ेगी.

हरि चंद शर्मा ने बताया कि छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी साथ जाते हैं और उन्हें कोरोना के दौर में बाहर भेजना खतरे से खाली नहीं है. केंद्र सरकार जानबूझकर जनविरोधी नीतियों को लागू कर रही है जिससे आमजन के बीच खतरा बढ़ता जा रहा है.

हरि चंद का कहना है कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वे इन परीक्षाओं को अभी कुछ समय के लिए टाल दें. अगर केंद्र सरकार फिर भी परीक्षाओं का आयोजन करती है तो कांग्रेस द्वारा ब्लॉक व जिला स्तर से लेकर प्रदेश तक धरने आयोजित करेगी. जिसकी जिम्मेवारी केंद्र सरकार की रहेगी.

गौर रहे कि हिमाचल प्रदेश से भी हर साल हजारों छात्र इन परीक्षाओं में भाग लेते हैं, लेकिन करोना के संक्रमण के चलते छात्र इन दिनों अपने घरों में बंद है और बाहर निकलने का जोखिम नहीं उठा रहे हैं.

पढ़ें: मंडियों में हाथों हाथ बिक रही सेब की नई किस्में, बागवान हो रहे मालामाल

कुल्लू: केंद्र सरकार देशभर के छात्रों के लिए अब जेईई मेन व नीट की परीक्षाओं का आयोजन के फैसले पर बरकरार है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने भी इन परीक्षाओं को टालने की याचिका को भी खारिज करने कर दिया है. जेईई मेन व नीट की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर देश में दो गुट बन चुके हैं. सरकार परीक्षा करवाने के हक में है और विपक्षी दल और कुछ बुद्धीजिवी सरकार व सुप्रीम कोर्ट से परीक्षाओं के आयोजन के फैसले पर फिर से विचार करने के लिए कह रहे हैं.

इसी बीच कोरोना संक्रमण को बढ़ता देख कांग्रेस भी इन परीक्षाओं के आयोजन का विरोध कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि जब तक देश में हालात बेहतर नहीं होते हैं, तब तक इन परीक्षाओं को टाला जाए.

वीडियो.

जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा इसी मुद्दे को लेकर एक रोष रैली भी निकाली और डीसी कुल्लू के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को भी एक ज्ञापन भेजा गया. मनाली ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हरि चंद शर्मा का कहना है कि केंद्र सरकार के द्वारा जो जेईई मेन व नीट की परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया गया है, यह समय बिल्कुल भी सही नहीं है.

उनका कहना है कि हिमाचल प्रदेश के हजारों छात्रों को यह परीक्षाएं बाहरी राज्यों में देनी पड़ती हैं और इन दिनों कोरोना संक्रमण के चलते छात्र अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. ऐसे में अगर केंद्र सरकार इन परीक्षाओं का आयोजन करती है, तो छात्रों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ेगी.

हरि चंद शर्मा ने बताया कि छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी साथ जाते हैं और उन्हें कोरोना के दौर में बाहर भेजना खतरे से खाली नहीं है. केंद्र सरकार जानबूझकर जनविरोधी नीतियों को लागू कर रही है जिससे आमजन के बीच खतरा बढ़ता जा रहा है.

हरि चंद का कहना है कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वे इन परीक्षाओं को अभी कुछ समय के लिए टाल दें. अगर केंद्र सरकार फिर भी परीक्षाओं का आयोजन करती है तो कांग्रेस द्वारा ब्लॉक व जिला स्तर से लेकर प्रदेश तक धरने आयोजित करेगी. जिसकी जिम्मेवारी केंद्र सरकार की रहेगी.

गौर रहे कि हिमाचल प्रदेश से भी हर साल हजारों छात्र इन परीक्षाओं में भाग लेते हैं, लेकिन करोना के संक्रमण के चलते छात्र इन दिनों अपने घरों में बंद है और बाहर निकलने का जोखिम नहीं उठा रहे हैं.

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