ETV Bharat / state

'वेस्ट टू टेस्ट कैफे योजना' का राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान, स्कीम के जरिए कचरा देने पर मिलता है मुफ्त खाने का कूपन

कुल्लू नगर परिषद की वेस्ट टू टेस्ट कैफे योजना को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. नगर परिषद ने कुल्लू शहर को स्वच्छ बनाने के लिए वेस्ट टू टेस्ट कैफे योजना शुरू की है. इसके तहत नगर परिषद लोगों के घरों से कचरा इकट्ठा करती है. इसके बाद कचरे को दोबारा इस्तेमाल के लिए रिसाइकल किया जाता है. योजना की शुरुआत अगस्त 2019 में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने की थी.

Photo
फोटो
author img

By

Published : Mar 21, 2021, 12:56 PM IST

Updated : Mar 21, 2021, 1:49 PM IST

कुल्लू: नगर परिषद को वेस्ट टू टेस्ट कैफे योजना के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए सम्मानित किया गया है. यह सम्मान दिल्ली में आयोजित हुए दूसरे राष्ट्रीय जल स्वच्छता नवाचार शिखर सम्मेलन में दिया गया. हालांकि कोरोना की वजह से इस सम्मेलन को इटलस टेक्नो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से वर्चुअली आयोजित किया गया.

2019 में शुरू हुई थी वेस्ट टू टेस्ट कैफे योजना

नगर परिषद ने कुल्लू शहर को स्वच्छ बनाने के लिए वेस्ट टू टेस्ट कैफे योजना शुरू की है. इसके तहत नगर परिषद लोगों के घरों से कचरा इकट्ठा करती है. इसके बाद कचरे को दोबारा इस्तेमाल के लिए रिसाइकल किया जाता है. योजना की शुरुआत अगस्त 2019 में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने की थी. योजना के तहत एमआरएफ केंद्र में एकत्र इन विभिन्न अनुपयोगी चीजों को मनाली के रांगड़ी कूड़ा संयंत्र में भेजा जाता है. कूड़ा संयंत्र से चीजों को अल्ट्राटेक को बेचा जा रहा है.

कचरा देने वाले को मिलता है रेस्तरां में मुफ्त खाने का कूपन

योजना की विशेषता यह है कि जो व्यक्ति नगर परिषद को कचरा देता है उसे बदले में कूपन दिया जाता है. इस कूपन से वह रेस्तरां में परिवार के साथ मुफ्त में विभिन्न व्यंजनों का लुत्फ उठा सकता है. इस योजना के तहत डेढ़ साल में 250 लोग शहर के कुबेर फास्ट फूड, ज्ञानी आइसक्रीम बुक कैफे और सिटी च्वाइस होटल में कॉफी, सिड्डू, आइसक्रीम, पिज्जा, बर्गर और डिनर का आनंद ले चुके हैं. शहरवासी खासकर झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों में इस अनूठी योजना को लेकर काफी रुझान है.

ये भी पढ़ें: कोरोना के नए मामलों ने बढ़ाई चिंता, समारोह में 200 लोग ही शामिल हो सकेंगे

कुल्लू: नगर परिषद को वेस्ट टू टेस्ट कैफे योजना के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए सम्मानित किया गया है. यह सम्मान दिल्ली में आयोजित हुए दूसरे राष्ट्रीय जल स्वच्छता नवाचार शिखर सम्मेलन में दिया गया. हालांकि कोरोना की वजह से इस सम्मेलन को इटलस टेक्नो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से वर्चुअली आयोजित किया गया.

2019 में शुरू हुई थी वेस्ट टू टेस्ट कैफे योजना

नगर परिषद ने कुल्लू शहर को स्वच्छ बनाने के लिए वेस्ट टू टेस्ट कैफे योजना शुरू की है. इसके तहत नगर परिषद लोगों के घरों से कचरा इकट्ठा करती है. इसके बाद कचरे को दोबारा इस्तेमाल के लिए रिसाइकल किया जाता है. योजना की शुरुआत अगस्त 2019 में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने की थी. योजना के तहत एमआरएफ केंद्र में एकत्र इन विभिन्न अनुपयोगी चीजों को मनाली के रांगड़ी कूड़ा संयंत्र में भेजा जाता है. कूड़ा संयंत्र से चीजों को अल्ट्राटेक को बेचा जा रहा है.

कचरा देने वाले को मिलता है रेस्तरां में मुफ्त खाने का कूपन

योजना की विशेषता यह है कि जो व्यक्ति नगर परिषद को कचरा देता है उसे बदले में कूपन दिया जाता है. इस कूपन से वह रेस्तरां में परिवार के साथ मुफ्त में विभिन्न व्यंजनों का लुत्फ उठा सकता है. इस योजना के तहत डेढ़ साल में 250 लोग शहर के कुबेर फास्ट फूड, ज्ञानी आइसक्रीम बुक कैफे और सिटी च्वाइस होटल में कॉफी, सिड्डू, आइसक्रीम, पिज्जा, बर्गर और डिनर का आनंद ले चुके हैं. शहरवासी खासकर झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों में इस अनूठी योजना को लेकर काफी रुझान है.

ये भी पढ़ें: कोरोना के नए मामलों ने बढ़ाई चिंता, समारोह में 200 लोग ही शामिल हो सकेंगे

Last Updated : Mar 21, 2021, 1:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.