शिमला: जिला किन्नौर के सांगला तहसील में मंगलवार सुबह ग्लेशियर आने से यातायात ठप्प हो गया. फिलहाल, सड़क बहाल करने का काम चल रहा है, लेकिन पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे के कारण जेसीबी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि रुतुरंग, पलिंगचे नाला और देवी मंदिर से आगे दो नालों में सुबह गलेशियर आने से सांगला वैलीमें यातायात ठप्प हुआ है. इस मार्ग के बंद होने से सांगला के छह गांव देश-दुनिया से फिलहाल कट चुके हैं.
एक्सईन भावानगर आरएल चौहान का कहना है कि दो जेसीबी मौके पर ग्लेशियर साफ कर रहे हैं, लेकिन रुतुरंग के पास पिछले रात ज्यादा बर्फबारी के कारण सड़क धंस रही है. उन्होंने कहा कि पहाड़ी से लगातार मलबा आ रहा है, जिस कारण काम करना मुश्किल हो रहा है.
प्रधान सांगला भूपेश नेगी ने कहा कि सैंकड़ों पर्यटक सांगला घाटी में फंसे हुए हैं और रुतुरंग के पास ग्लेशियर प्वांइटपर अभी भी खतरा बना हुआ है. पीडब्ल्यूडी की मशीन सांगला सम्पर्क मार्ग पर ग्लेशियर साफ कर रही है, लेकिन पहाड़ियों से मलबा गिरने का कारण संपर्क मार्ग धंसने लगा है. जिस कारण मार्ग पर सफर करना मुश्किल है.
बता दें कि इस बार प्रदेश में बर्फबारी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बर्फबारी के कारण पहले भी कई बार किन्नौर में स्थानीय लोगों और पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. बर्फबारी के कारण पानी की पाइपों में बर्फ जम गई थी, वहीं, बागबानों की सेब की फसल भी बर्बाद होने की तादाद पर थी. इसके अलावा बीते 20 फरवरी किन्नौर में ग्लेशियर आने के कारण सेना के छह जवान लापता हो गए थे, जिन्हें महीने भर की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर लिया गया था. वहीं, किन्नौर का एनएच-05 भी बारिश-बर्फबारी के कारण कई बार बंद हो चुका है.