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तिब्बत की आजादी को लेकर अक्टूबर में ली जाएगी राय, अगले धर्मगुरु को लेकर संगये ने कही ये बात - हिमाचल प्रदेश

अक्टूबर के पहले हफ्ते में तिब्बती समुदाय के लिए तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान तिब्बत की आजादी को लेकर आम तिब्बती समुदाय के लोगों से राय लेकर फैसला किया जाएगा.

अक्टूबर के पहले हफ्ते में तिब्बती समुदाय के लिए तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा
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Published : Mar 16, 2019, 10:55 AM IST

धर्मशाला: अक्टूबर के पहले हफ्ते में तिब्बती समुदाय के लिए तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान तिब्बत की आजादी को लेकर आम तिब्बती समुदाय के लोगों से राय लेकर फैसला किया जाएगा.

निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री लोबसांग संगये ने कहा कि तिब्बत की समस्या का हल जितना तिब्बती समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है उतना ही भारत के लिए भी है. उन्होंने कहा कि तिब्बत की आजादी को लेकर अब भारत में रह रहे सभी आम तिब्बतियों से राय लेकर ही कोई विचार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अक्टूबर में आयोजित होने वाले सम्मेलन में पूरे विश्व में रह रहे तिब्बित लोग और देश के चुने हुए कम्युनिटी के सभी प्रतिनिधि भाग लेंगे.

Tibetan community conference will held in october
अक्टूबर के पहले हफ्ते में तिब्बती समुदाय के लिए तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा

बैठक में तिब्बत के निर्वाचन को लेकर चर्चा की जाएगी और तिब्बतीयन समस्या से जुड़े सभी पहलुओं को रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि दलाई लामा से लेकर चोदहवें दलाई लामा के योगदान के बारे में भी इस बैठक में चर्चा की जाएगा.
वहीं, अगले दलाई लामा कौन होंगे इस सवाल पर उन्होंने कहा की इसका फैसला वर्तमान दलाई लामा लेंगे और जो भी वह फैसला लेंगे वह सभी को मंजूर होगा.

अक्टूबर के पहले हफ्ते में तिब्बती समुदाय के लिए तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा

वहीं, पाकिस्तान के एक पत्रकार की दलाई लामा पर की गई टिप्पणी को लेकर लोभ सांग सांगये ने कहा कि इस तरह के बयान को नॉनसेंस ही कहा जा सकता है क्योंकि जो व्यक्ति पूरे विश्व में शांति दूत के नाम से जाना जाता है उस पर इस तरह की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए.

आपको बता दें कि पाकिस्तानी टेलीविजन पत्रकार हामिद मीर गुरुवार 14 मार्च को सोशल मीडिया पर बुरी तरह ट्रोल कर दिये गये. उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर से तिब्बत के सबसे बड़े धर्म गुरु दलाई लामा की तुलना कराई दी, जो कि दुनिया भर में शांति का संदेश फैलाने को लेकर जाने जाते हैं. लोगों ने इसी पर मीर की क्लास लगा दी और बोले कि लिखने से पहले कुछ तो सोच लिया करिए.

धर्मशाला: अक्टूबर के पहले हफ्ते में तिब्बती समुदाय के लिए तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान तिब्बत की आजादी को लेकर आम तिब्बती समुदाय के लोगों से राय लेकर फैसला किया जाएगा.

निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री लोबसांग संगये ने कहा कि तिब्बत की समस्या का हल जितना तिब्बती समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है उतना ही भारत के लिए भी है. उन्होंने कहा कि तिब्बत की आजादी को लेकर अब भारत में रह रहे सभी आम तिब्बतियों से राय लेकर ही कोई विचार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अक्टूबर में आयोजित होने वाले सम्मेलन में पूरे विश्व में रह रहे तिब्बित लोग और देश के चुने हुए कम्युनिटी के सभी प्रतिनिधि भाग लेंगे.

Tibetan community conference will held in october
अक्टूबर के पहले हफ्ते में तिब्बती समुदाय के लिए तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा

बैठक में तिब्बत के निर्वाचन को लेकर चर्चा की जाएगी और तिब्बतीयन समस्या से जुड़े सभी पहलुओं को रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि दलाई लामा से लेकर चोदहवें दलाई लामा के योगदान के बारे में भी इस बैठक में चर्चा की जाएगा.
वहीं, अगले दलाई लामा कौन होंगे इस सवाल पर उन्होंने कहा की इसका फैसला वर्तमान दलाई लामा लेंगे और जो भी वह फैसला लेंगे वह सभी को मंजूर होगा.

अक्टूबर के पहले हफ्ते में तिब्बती समुदाय के लिए तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा

वहीं, पाकिस्तान के एक पत्रकार की दलाई लामा पर की गई टिप्पणी को लेकर लोभ सांग सांगये ने कहा कि इस तरह के बयान को नॉनसेंस ही कहा जा सकता है क्योंकि जो व्यक्ति पूरे विश्व में शांति दूत के नाम से जाना जाता है उस पर इस तरह की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए.

आपको बता दें कि पाकिस्तानी टेलीविजन पत्रकार हामिद मीर गुरुवार 14 मार्च को सोशल मीडिया पर बुरी तरह ट्रोल कर दिये गये. उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर से तिब्बत के सबसे बड़े धर्म गुरु दलाई लामा की तुलना कराई दी, जो कि दुनिया भर में शांति का संदेश फैलाने को लेकर जाने जाते हैं. लोगों ने इसी पर मीर की क्लास लगा दी और बोले कि लिखने से पहले कुछ तो सोच लिया करिए.

Intro:धर्मशाला- निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधान मंत्री लोबसांग संगये ने कहा कि तिब्बत की आजादी को लेकर आम तिब्बती समुदाय के लोगों से राय ले कर ही इस पर कोई फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तिब्बत की समस्या का हल जितना तिब्बती समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है उतना ही भारत के लिए भी है। उन्होंने कहा कि तिब्बत की आजादी को लेकर अब भारत में रह रहे सभी आम तिब्बतियों से राय लेकर ही इस बारे में कोई विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में पूरे विश्व में रह रहे तिब्बित लोग धर्मशाला में एकत्र होंगे और इस दौरान तीन दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।


Body:इसमें आम तिब्बती समुदाय के लोगों की राय ली जाएगी। इसको लेकर धर्मशाला में पूरे देश के चुने हुए सभी कम्युनिटी के सभी प्रतिनिधि भाग लेकर इस बैठक में तिब्बत के निर्वाचन को लेकर चर्चा की जाएगी और इस बैठक में विश्व भर में फैले तिब्बती समुदाय के लोगों की राय को भी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बैठक में तिब्बत समस्या से जुड़े सभी पहलुओं को रखा जाएगा।
भी उन्होंने कहा कि दलाई लामा से लेकर चोर में दलाई लामा के योगदान के बारे में भी इस बैठक में चर्चा की जाएगी उन्होंने कहा कि दलाई लामा में तृप्ति संस्कृति बस्ती है।
वही अगले दलाई लामा कौन होंगे इस सवाल पर उन्होंने कहा की इसका फैसला से वर्तमान दलाई लामा लेंगे और जो भी वह फैसला लेंगे वह सभी को मंजूर होगा।


Conclusion:वहीं पाकिस्तान के एक पत्रकार की दलाई लामा पर की गई टिप्पणी को लेकर लोभ सांग सांगये ने कहा कि इस तरह के बयान को नॉनसेंस ही कहा जा सकता है क्योंकि जो व्यक्ति पूरे विश्व में शांति दूत के नाम से जाना जाता है उस पर इस तरह की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए।
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