ज्वालामुखी: पिछले दिनों ज्वालामुखी के लोगों ने सब्जी विक्रेताओं की ओर से सब्जी के अधिक दाम वसूलने पर ज्वालामुखी प्रशासन को शिकायत की थी. प्रशासन की सख्ती के बाद अब लगभग 10 दुकानदारों ने मूल्य सूची को लेकर अपनी दुकानों बंद कर दी हैं.
बता दें कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के अगले दिन ज्वालामुखी के एक सब्जी व फ्रूट विक्रेता का 80 रुपये किलो प्याज बेचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था और उस समय बाजार में प्याज के अधिकतम दाम 40 रुपये प्रतिकिलो से ज्यादा नहीं थे.
मामला फेसबुक पर वायरल होने के बाद अगले ही दिन डीएसपी ज्वालामुखी तिलक राज शांडिल ने मूल्यों सूचियों को लेकर मोर्चा संभाला. इसके बाद सब्जी एवं फल विक्रेताओं की मूल्य सूची पर ज्वालामुखी पुलिस ने पहरा लगा रखा है.
कांगड़ा के नूरपुर, जसुर, धर्मशाला, बैजनाथ, पालमपुर आदि उपमंडलों में प्रसाशन की ओर निर्धारित मूल्यों पर ही सब्जी एवं फल विक्रेता अपनी दुकानदारी चला रहे हैं, लेकिन ज्वालामुखी में सब्जी विक्रेताओं ने यह कहते हुए तालाबंदी कर दी हैं कि उन्हें वस्तुओं पर उचित मुनाफा नहीं हो रहा है. इस पर दुकानें बंद करना ही बेहतर हैं.
ज्वालामुखी की 10 साल पुरानी सब्जी मंडी न खुली न बंद
ज्वालामुखी में बनाई गई सब्जी मंडी न खुली हुई है और न ही बंद है. सब्जी विक्रेता अपनी गाड़ियों में सब्जी की सप्लाई करते हैं और सब्जी मंडी के भीतर नहीं जाते है. यह होलसेल विक्रेता ट्रकों में सब्जिया लाकर दुकानदारों को सप्लाई करते हैं. हर सब्जी विक्रेता सब्जी के अलग-अलग दाम वसूल रहे हैं. वहीं, सब्जी मंडी में दुकानदारों को सब्जियों के एक ही मूल्य मिलते हैं.
उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है और अगर लोगों को इस तरह की कोई भी समस्या पेश आएगी तो स्थानीय प्रसाशन उसे सुलझाएगा. डीएसपी तिलक राज शांडिल ने बताया कि ज्वालामुखी में सब्जी के मूल्यों को लेकर कई तरह की बातें सामना आ रही हैं.