नई दिल्ली : अमेरिका से 104 ‘‘अवैध’’ भारतीय प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान के पंजाब में उतरने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को यहां स्थित अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि ‘‘हमारे देश के आव्रजन कानूनों को लागू करना’’ उसकी राष्ट्रीय और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
अमेरिकी वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर विमान बुधवार अपराह्न एक बजकर 55 मिनट पर अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था. डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार सत्ता संभालने के बाद अमेरिका में रह रहे भारतीयों का यह पहला निर्वासन है. अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के साथ व्यापक वार्ता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आगामी वाशिंगटन यात्रा से कुछ ही दिन पहले यह कार्रवाई हुई है.
कुछ पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर में अधिकारी ने केवल इतना कहा, ‘‘मैं यह कहना चाहता हूं कि हमारे देश के आव्रजन कानूनों को लागू करना अमेरिका की राष्ट्रीय और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.’’
भारतीय प्रवासियों के निर्वासन पर सीधे तौर पर टिप्पणी किए बिना अधिकारी ने यह भी कहा कि ‘‘यह अमेरिका की नीति है कि सभी अमान्य और निर्वासित किये जाने के पात्र विदेशियों के खिलाफ आव्रजन कानूनों का ईमानदारी से पालन किया जाए.’’
पंजाब पुलिस और विभिन्न राज्य एवं केंद्रीय खुफिया एजेंसियों समेत विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा हवाई अड्डा टर्मिनल भवन के अंदर निर्वासित लोगों से पूछताछ की गई ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है.
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