पालमपुर: कारगिल युद्ध के पहले शहीद कै. सौरभ कालिया को समर्पित एवं न्युगल खड्ड के बीचों-बीच बने सौरभ वन बिहार पालमपुर में जल्द ही पर्यटक दोबारा घूमने का लुत्फ उठा सकेंगे. इसके लिए वन विभाग ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं.
बता दें कि सौरभ वन विहार पालमपुर क्षेत्र का प्रमुख पर्यटक स्थल बनकर उभरा था, लेकिन 23 सितंबर 2018 और 17 अगस्त 2019 को न्युगल खड्ड में दो बार आई बाढ़ ने इसे काफी नुकसान पहुंचाया था. बाढ़ के कारण सौरभ वन बिहार में बनी झील सहित रॉक गार्डन, फिश इक्वेरियम सहित रास्तों को भारी नुकसान हुआ था. मुख्य गेट सहित वहां खड़ी एक कार व दो स्कूटी भी पानी की भेंट चढ़ गई थी. वहीं, वन बिहार में अब गाद भर चुकी है.
सौरभ वन बिहार में 2017-18 में 64 हजार 275 पर्यटक आए थे. वर्ष 2018 में सितंबर तक ही 52 हजार 108 पर्यटकों ने वन बिहार का रुख किया था. सौरभ वन बिहार सोसायटी के अध्यक्ष संजय सेन ने बताया कि बाढ़ के खतरे से बचाने के लिए रिटेंनिंग वॉल लगवाई जाएगी. इसके लिए सरकार ने 3 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. इस बजट से सौरभ वन बिहार में न्युगल खड्ड की तरफ दीवार लगाई जाएगी. इसका जिम्मा सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग पालमपुर को दिया गया है.
यहां पड़ी गाद को हटाने के लिए खनन विभाग ने निजी ठेकेदारों की मदद से गाद हटाने का काम शुरू कर दिया है. इसके लिए साढ़े 33 लाख रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है. यह धन भी वन बिहार के सौंदर्यीकरण पर खर्च होगा.
बता दें कि साल 1999 में शहीद कै. सौरभ कालिया की याद में सौरभ वन विहार का निर्माण करवाया गया था. तत्कालीन सांसद शांता कुमार ने 8 अप्रैल 2001 को न्युगल खड्ड के मुहाने पर 35 एकड़ भूमि में प्रथम चरण का शुभारंभ किया था. इसके बाद 5 मई 2002 को पांच करोड़ रुपये की लागत से बने नौका बिहार सहित अन्य सुविधाओं का केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने लोकार्पण किया था. इसके बाद कई चरणों में सौरभ वन बिहार का निर्माण हुआ था, लेकिन दो बार आई बाढ़ ने यहां भारी तबाही मचाई थी.