पालमपुर: कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. प्रेस वार्ता के माध्यम से एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ हो रहे आर्थिक शोषण के बारे में प्रदेश सरकार को अवगत कराया.
एबीवीपी के प्रांत सह मंत्री राहुल शर्मा ने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों से सालाना फीस लगभग दो लाख रुपये वसूली जा रही है, जिससे प्रदेश का एक बहुत बड़ा हिस्सा कृषि की शिक्षा से वंचित रह जाता है. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अपने बच्चे को कृषि की शिक्षा देना चाहता है, तो उसे लाखों रुपये की फीस भरनी पड़ेगी.
राहुल शर्मा ने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया, जिसमें 300 लोगों ने हस्ताक्षर किए. साथ ही अपनी मांगों को लेकर एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल भी की गई थी, लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई.
राहुल शर्मा ने बताया कि प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय की फीस आज पूरे देश के कृषि विश्वविद्यालयों में से सबसे अधिक है. उन्होंने बताया कि अपनी इस समस्या से सीएम जयराम ठाकुर, कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को अवगत कराया गया, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया.
राहुल शर्मा ने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय में आर्थिक शोषण होने की वजह से लग रहा है कि प्रदेश सरकार छात्रों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार इस संबंध में जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए, ताकि छात्रों को आर्थिक समस्या से निजात मिल सके.
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