ज्वालामुखी/कांगड़ा : प्रदेश सरकार द्वारा राज्य से बाहर फंसे हुए लोगों को घर वापसी के लिए ई पास सुविधा देकर कुछ हद तक लोगों की परेशानी को समाप्त किया है. इसके बावजूद अभी भी बहुत सारे गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों से सबंधित लोग देश के अलग अलग राज्यों में फंसे हुए हैं.
हालांकि, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए राज्यों को राज्य स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए थे. इसके चलते सरकार ने नोडल अधिकारियों के नाम व फोन नंबर जारी भी कर दिए.
हिमाचल सरकार द्वारा दिये गए निर्देशों के बाद जिला प्रसाशन ने नोडल अधिकारियों की सूची सोशल मीडिया पर डाल दी थी, जिसके बाद कई लोगों के इन नंबरों पर संपर्क करने पर अधिकारियों के फोन नंबर स्विच ऑफ, फोन व्यस्त और डायवर्ट पाए गए.
इसके अलावा प्रदेश में आने के लिए लोगों को कोई दूसरा नंबर उपलब्ध नहीं करवाया गया है. इसके कारण लोग अपने अपने जिलों से सबंधित पुलिस अधिकारियों या जिला उपायुक्तों को सोशल मीडिया पर ही कॉमेंट करके मदद की गुहार लगा रहे हैं.
जिला कांगड़ा में एसपी विमुक्त रंजन ने सरकार द्वारा निर्धारित नोडल अधिकारियों की सूची की सोशल मीडिया पर पोस्ट ये कहकर डाली गई है कि हिमाचल के भीतर आने वाले या हिमाचल से बाहर जाने वाले लोग सरकार द्वारा देश के हर राज्य में तैनात किए गए नोडल अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं. वहीं, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा के फेसबुक अकाउंट पर ही दर्जनों लोगों ने ज्यादातर अधिकारियों के फोन स्विच ऑफ होने की बात कही है.
ज्वालामुखी की नजदीकी पंचायत टिहरी के रिंकू चौधरी ने बताया कि उसके बड़े भाई, भाभी और एक छोटा बच्चा लुधियाना में फंसे हुए हैं. अपनी वाहन न होने के कारण वह अपने घर के लिए नहीं निकल पा रहे हैं. इस समय में टैक्सियों का किराया भी नियमित किराए से दो या तीन गुणा ज्यादा मांगा जा रहा है.
रिंकू चौधरी ने बताया कि शुक्रवार शाम से ही सरकार के बताए गए नोडल अधिकारी ललित जैन को फोन लगाने पर कॉल डायवर्ट बताया जा रहा है. वहीं, लोग इस मुद्दे को सरकार के सामने उठाकर जल्दी से जल्दी उनकी मदद की गुहार लगा रहे हैं, ताकि वो अपने घर पहुंच सकें.
कांगड़ा से एक अन्य व्यक्ति ने लगाई गुहार
जिला कांगड़ा से ही सबंधित एक अन्य व्यक्ति ने एसपी कांगड़ा से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि उसकी बहन राजस्थान में है, वो एक छात्र है और इस अवस्था में उनकी मदद की जाए.
जिलाधीश कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति ने इस मामले को लेकर ईटीवी भारत को बताया कि मामला उनके संज्ञान में है. जिलाभर से इस तरह की समस्या के बारे में लोगों ने उन्हें अवगत करवाया है. जिला प्रसाशन की तरफ से ये मामला प्रदेश सरकार के समक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि जल्द ही समाधान निकलने की उम्मीद है.