धर्मशाला: हिमचाल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक्यूरेसी पैराग्लाइडिंग प्री-वर्ल्ड कप 2023 की प्रतियोगिता 5 अप्रैल यानी पिछले कल बुधवार से शुरू हो गई है, 9 अप्रैल तक बीड़-बिलिंग में यह प्रतियोगिता चलेगी.प्रतियोगिता का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन आरएस बाली ने किया. इस अवसर पर बैजनाथ MLA किशोरी लाल भी उपस्थित रहे. एक्यूरेसी पैराग्लाइडिंग प्री-वर्ल्ड कर 2023 में देश-विदेश से सैकड़ों प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है. विदेश से बड़ी संख्या में पैराग्लाइडर हिमाचल की खूबसूरत घाटियों में उड़ान भरने के लिए आए हैं.
103 पैराग्लाइडर ने भरी उड़ान: जानकारी के मुताबिक 142 प्रतिभागियों ने पंजीकरण करवाया है. पहले दिन की प्रतियोगिता में 103 प्रतिभागियों ने उड़ान भरी. प्रतियोगिता में भारत सहित अमेरिका, नीदरलैंड, स्पेन और नेपाल के प्रतिभागियों ने भाग लिया. पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता में 95 पुरुषों में से 74 भारतीय और 21 विदेशी प्रतिभागी थे, जबकि 8 महिला प्रतिभागियों में से 5 भारतीय और 3 प्रतिभागी विदेशी थीं. वहीं, 10 प्रतिभागी भारतीय सेना के, 1 नौसेना से , 1 वायु सेना से और पैरामिलिट्री फोर्स के 5 प्रतिभागियों ने पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया.
मानव परिंदों से गुलजार हुई घाटी: वहीं ,बीड़-बिलिंग घाटी में आयोजित इस एक्यूरेसी पैराlग्लाइडिंग प्री-वर्ल्ड कप 2023 प्रतियोगिता से घाटी मानव परिंदों से गुलजार होती हुई नजर आई. आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन विभाग बिलिंग में पैराग्लाइडिंग को बढ़ावा देने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगा और 25,00,000 रुपए पैराग्लाइडिंग की प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए दिए हैं. वहीं, 12 करोड़ की लागत से पर्यटन विभाग ने बीड़ में ऐरो स्पोर्ट्स हॉस्टल का निर्माण करवाया है. उन्होंने कहा कि बीड़-बिलिंग में पैराग्लाइडिंग की गतिविधियों और प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार हमेशा काम करेगी.
प्रदेश पर्यटन बजट में 10 गुणा की वृद्धि: आरएस बाली ने कहा कि पहली बार प्रदेश के बजट में पर्यटन को इतना ज्यादा महत्व दिया गया और पर्यटन विभाग के बजट में 10 गुणा वृद्धि की है. सरकार ने पर्यटन के लिए 50 करोड़ के वार्षिक बजट को साढ़े 500 करोड़ कर दिया गया है. वहीं, एडीबी के सहयोग से 1311 करोड़ रुपये प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं और गतिविधियों को बढ़ाने के लिए खर्च किए जा रहे हैं. इसमें वेलनेस सेंटर, बड़े होटल, अंतरराष्ट्रीय स्तर के फाउंटेन, म्यूजिकल फाउंटेन, वाटिकाओं का निर्माण किया जाएगा.