हमीरपुर: कोविड-19 महामारी के चलते प्रदेशभर में कर्फ्यू लगाया गया है. सरकार ने लोगों की सुविधा को देखते हुए कर्फ्यू में ढील दी है. दैनिक कार्यों के लिए मिली छूट से छोटे कारोबारियों और आम लोगों का जीवन फिर से पटरी पर आने लगा है.
सरकार ने काम करते समय मास्क पहनने, निश्चित दूरी बनाए रखने सहित कोविड-19 से बचाव संबंधी अन्य सावधानियों एवं निर्देशों की पालन करने के निर्देश भी जारी किए है. वहीं, निर्माण कार्य शुरू होने से मजदूरों के चेहरे पर भी खुशी देखने को मिल रही है.
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि निर्माण कार्य शुरू होने से उन्हें राहत मिली है. पूर्व में जब कार्य शुरू नहीं हुए थे तो उन्हें बहुत परेशानी पेश आ रही थी. मजदूरों ने कहा कि सरकार की ओर से राशन तो मिल रहा था, लेकिन अन्य खर्चे निकालना मुश्किल हो गया था.
मध्य प्रदेश के रहने वाले राजन का कहना है कि निर्माण कार्य शुरू होने से उनकी रोजी-रोटी का प्रबंध भी हो गया है. ठेकेदार सुखदेव का कहना है कि लेबर उनके पास लगातार समस्याएं लेकर आ रहे थे, लेकिन कर्फ्यू लगने के कारण वे मजबूर थे. अब एक बार फिर से काम शुरू होने से सभी मजदूरों को राहत मिली है.
वहीं, उपायुक्त हरिकेश मीणा ने बताया कि जिला में विभिन्न निर्माण एवं अन्य कार्य अब गति पकड़ने लगे हैं और अभी तक चार हजार से अधिक लोगों को इसका लाभ मिला है. सभी उपमंडलों में ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के अंतर्गत अभी तक 594 कार्य प्रारंभ हो चुके हैं और इनके माध्यम से 2,471 लोगों को घर के समीप ही सुनिश्चित रोजगार उपलब्ध हुआ है.
इसी प्रकार ग्रामीण एवं कुटीर उद्योग से संबंधित 121 कार्यों में 644 लोगों को तथा औद्योगिक संस्थानों में 21 कार्यों से 124 लोगों को रोजगार मिला है. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के माध्यम से सड़कों, पुल एवं भवन के 35 कार्यों में 302 लोग मजदूरी व अन्य कार्य कर रहे हैं.
जल शक्ति विभाग के माध्यम से पेयजल आपूर्ति व बाढ़ प्रबंधन के 12 कार्य प्रारंभ किए गए हैं जिसमें 315 लोगों को काम मिला है. विद्युत परियोजनाओं के छह कार्यों से 39 मजदूर लाभान्वित हुए हैं. कृषि गतिविधियों में भी ग्रामीण स्तर पर मजदूरों को रोजगार मिल रहा है.