सुजानपुर: प्रदेश सरकार द्वारा अनुबंध डॉक्टरों को दिए जा रहे 150 प्रतिशत ग्रेड पे को वापस लेने को लेकर नई नोटिफिकेशन का विरोध शुरू हो गया. कांग्रेस ने इस पर सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है. कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेन्द्र राणा ने कहा कि वेतन को काटना तर्क संगत नहीं.
नई नोटिफिकेशन पर पैदा असंमजस की स्थिती को लेकर हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ ने भी सरकार से जल्द इस मुद्दे को हल करने की मांग की है. राणा ने कहा कि सरकार ने इससे पूर्व भी डॉक्टरों की एक दिन के वेतन को कोविड फंड के लिए काटा था. प्रदेश सरकार की नोटिफिकेशन सुबह, दोपहर और शाम को बदलती रहती है. जिससे सरकार की किरकिरी हो रही है.
राजेन्द्र राणा ने कहा कि कोविड-19 के दौर में सरकार भ्रष्टाचार करने में जुटी हुई है. पहले आयुर्वेदिक विभाग में दवाइयों की खरीद फरोख्त का घोटाला हुआ, बाद में पीपीई किटों पर गोलमाल हुआ. जिसके चलते पूर्व बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष को भी इस्तीफा देना पड़ा. राणा ने कहा कि आईजीएमसी में कोरोना टेस्टिंग किट खत्म होने की चर्चा की जा रही है. जिस पर सरकार के पूरी तरह फेल होने का पता चल रहा है.
राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार कंफ्यूज सरकार बन कर रह गई है. चिकित्सा अधिकारियों को 150 प्रतिशत ग्रेड पे पर नई नोटिफिकेशन पर हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने भी ऐतराज जताया. हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ महासचिव डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि सरकार से हाल ही में प्राप्त पत्र में अनुबंध पर कार्य कर रहे डॉक्टरों के पे ग्रेड की नोटिफिकेशन वापस लेने को लेकर असमंजस बना हुआ है. उन्होंने सरकार से आग्रह किया जल्द से जल्द इस वेतन विसंगति को दूर किया जाए.
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