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ओवरलोडिंग पर कार्रवाई, बसों की व्यवस्था करने पर ढिलाई, धरने प्रदर्शनों का दौर जारी

एसएफआई की जिला इकाई ने राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में धरना दिया और नारेबाजी करते हुए रोष जताया. एसएफआई ने एचआरटीसी प्रबंधन और कॉलेज प्रशासन को चेताया है कि यदि 1 दिन के भीतर उनकी मांग को नही माना गया तो वह शनिवार को तीव्र आंदोलन के लिए मोर्चा खोल देंगें.

एसएफआई की जिला इकाई प्रदर्शन करते हुए
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Published : Jul 4, 2019, 10:32 PM IST

हमीरपुरः बंजार बस हादसे के बाद प्रदेश में जयराम सरकार द्वारा ओवरलोडिंग को कम करने के फैसले से लोगों की समस्याएं कम होती नहीं दिख रही है. धरने-प्रदर्शन का दौर जारी है.
वीरवार को भी एसएफआई की जिला इकाई ने राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में धरना दिया और नारेबाजी करते हुए रोष जताया.

एसएफआई की जिला इकाई प्रदर्शन करते हुए

ये भी पढ़ेः गश्त के दौरान पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, चिट्टा और चरस के साथ दो युवक गिरफ्तार


इस दौरान छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के प्राचार्य के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भी सौंपा. छात्र संघ ने ओवरलोडिंग पर हो रही सख्ती के साथ ही बसों की उचित व्यवस्था करने की भी मांग उठाई. एसएफआई के कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ दिनों से बसों के अंदर ओवरलोडिंग बंद कर दी गयी है जिस वजह से तमाम छात्रों को एवं आम जनता को अनेक प्रकार की परेशानीयों से जूझना पड़ रहा है. छात्रों ने अल्टीमेटम देते हुए यह मांग उठाई है कि जल्द से जल्द और बसें तथा स्टाफ मुहैया करवाया जाए.

ये भी पढ़ेः यंगथंग गांव में पहाड़ी दरकने से ग्रामीणों में दहशत, कृषि मंत्री को समस्या से करवाया अवगत


एसएफआई ने साथ ही साथ कॉलेजों व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंदर चल रही आउटसोर्स की स्कीम को तुरंत खत्म करने की मांग भी उठाई. एसएफआई ने एचआरटीसी प्रबंधन और कॉलेज प्रशासन को चेताया है कि यदि 1 दिन के भीतर उनकी मांग को माना न गया तो वह शनिवार को तीव्र आंदोलन के लिए मोर्चा खोल देंगें. जिसके लिए सीधे तौर पर एचआरटीसी प्रबंधन और सरकार जिम्मेदार होगी.

हमीरपुरः बंजार बस हादसे के बाद प्रदेश में जयराम सरकार द्वारा ओवरलोडिंग को कम करने के फैसले से लोगों की समस्याएं कम होती नहीं दिख रही है. धरने-प्रदर्शन का दौर जारी है.
वीरवार को भी एसएफआई की जिला इकाई ने राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में धरना दिया और नारेबाजी करते हुए रोष जताया.

एसएफआई की जिला इकाई प्रदर्शन करते हुए

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इस दौरान छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के प्राचार्य के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भी सौंपा. छात्र संघ ने ओवरलोडिंग पर हो रही सख्ती के साथ ही बसों की उचित व्यवस्था करने की भी मांग उठाई. एसएफआई के कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ दिनों से बसों के अंदर ओवरलोडिंग बंद कर दी गयी है जिस वजह से तमाम छात्रों को एवं आम जनता को अनेक प्रकार की परेशानीयों से जूझना पड़ रहा है. छात्रों ने अल्टीमेटम देते हुए यह मांग उठाई है कि जल्द से जल्द और बसें तथा स्टाफ मुहैया करवाया जाए.

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एसएफआई ने साथ ही साथ कॉलेजों व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंदर चल रही आउटसोर्स की स्कीम को तुरंत खत्म करने की मांग भी उठाई. एसएफआई ने एचआरटीसी प्रबंधन और कॉलेज प्रशासन को चेताया है कि यदि 1 दिन के भीतर उनकी मांग को माना न गया तो वह शनिवार को तीव्र आंदोलन के लिए मोर्चा खोल देंगें. जिसके लिए सीधे तौर पर एचआरटीसी प्रबंधन और सरकार जिम्मेदार होगी.

Intro:1 दिन में बसों की व्यवस्था ना की करेंगे बड़ा आंदोलन: एस एफ आई
हमीरपुर
एसएफआई हमीरपुर इकाई ने वीरवार को राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में धरना दिया. धरना देने के साथ ही छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं में कॉलेज के प्राचार्य के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भी प्रेषित किया. छात्र संघ ने ओवरलोडिंग पर हो रही सख्ती के साथ ही बसों की उचित व्यवस्था करने की भी मांग उठाई है. एसएफआई के कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ दिनों से बसों के अंदर ओवरलोडिंग बंद कर दी गयी है जिस वज़ह से तमाम छात्रों को एवं आम जनता को अनेक प्रकार की परेशानीयों से झूझना पड रहा है.


Body:छात्रों ने अल्टीमेटम देते हुए यह मांग उठाई है कि जल्द से जल्द और बसें तथा स्टाफ मुहैय्या करवाया जाए. एसएफआई ने साथ ही साथ कॉलेजों व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंदर चल रही आउटसोर्स की स्कीम को तुरंत खत्म किया जाए. एसएफआई ने एचआरटीसी प्रबंधन और कॉलेज प्रशासन को चेताया है कि यदि 1 दिन के भीतर उनकी मांग को माना न गया तो वह शनिवार को आंदोलन करने को विवश होंगे. जिसके लिए सीधे तौर पर एचआरटीसी प्रबंधन और सरकार जिम्मेदार होगी.


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