सुजानपुर/हमीरपुर: कोरोना वायरस और उसके आर्थिक प्रभावों से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया. उद्योग और उससे जुड़े लोग लंबे समय से सरकार से पैकेज की मांग कर रहे थे ताकि कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते ठप पड़ी आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू किया जा सके.
आर्थिक पैकेज को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि राहत पैकेज के चरण की घोषणाओं से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के बहुत बड़े वर्ग को राहत दी है. उन्होंने कहा कि रेहड़ी फड़ी व स्टॉल लगाने वालों को दस हजार रुपये का विशेष लोन देने का राहत भरा कदम इन लोगों को फिर से अपना रोजगार शुरू करने में सहायक सिद्ध होगा.
मुद्रा शिशु लोन लेने वाले छोटे व्यापारियों को ब्याज में दी गई छूट सहायक बनेगी. तीन करोड़ छोटे और सीमांत किसानों को लाभ देने के लिए तीस हजार करोड़ रुपये के इमरजेंसी कैपिटल के अतिरिक्त प्रावधान किए हैं. ढाई करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट के माध्यम से 2 लाख करोड़ कनसेशनल क्रेडिट की सुविधा दी जाएगी.
संकट में फंसे प्रवासी मजदूरों को राहत पहुंचाने के लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं. प्रवासी मजदूरों को कम किराए में रहने के लिए घर मिलेगा. न्यूनतम मजदूरी सबको मिले इसके लिए श्रम कानून में सुधार किये जा रहे हैं. प्रवासी मजदूरों के कल्याणार्थ राज्यों को आपदा फंड के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है.
आठ करोड़ प्रवासी मजदूरों को दो माह का राशन मुफ्त दिया जाएगा. घर वापस जाने वाले प्रवासी मजदूरों को मनरेगा में रोजगार दिया जा रहा है. वन नेशन वन राशन कार्ड से देश के किसी भी राशन डिपो में प्रवासी आनाज ले सकते हैं.
मध्यम वर्ग को हाउसिंग सेक्टर में लाभ पहुंचाने के लिए क्रेडिट लिंक सब्सिडी स्कीम को 31मार्च 2021 तक बढ़ा दिया गया है. वन सरंक्षण, वनीकरण, वृक्षारोपण, वन्यजीव सरंक्षण व प्रबन्धन के क्षेत्र में 6 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं को मंजूरी देकर रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के सभी कदमों की सराहना करते हुए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया है.