हमीरपुर: संसदीय क्षेत्र हमीरपुर भाजपा का गढ़ रहा है. हमीरपुर से अनुराग ठाकुर जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं और अब चौथी बार इस सीट से उन्होंने नामांकन भरा है. पिछले 5 सालों में बहुत से ऐसे वादे थे जो सांसद अनुराग पूरे नहीं कर पाए हैं.
लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान कई ऐसे मुद्दे थे जो चुनावी रैलियों में गूंजे और जनता को इन्हें जल्द पूरा करने का दावा किया गया, लेकिन अभी तक ये वादे पूरे नहीं हो पाए हैं.
रेलवे विस्तारीकरण के मुद्दे को लेकर कांग्रेस सांसद अनुराग ठाकुर को घेर रही है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में अनुराग ने दावा किया था कि 2019 के चुनाव में वे रेल में बैठकर लोगों से वोट मांगने आएंगे.
वहीं, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हमीरपुर में शुरू हुआ मेडिकल कॉलेज अभी तक अपने भवन के लिए तरस रहा है. प्रेम कुमार धूमल के सीएम रहते हुए 2012 में हुई हमीरपुर बस स्टैंड की घोषणा आज तक सिरे नहीं चढ़ पाई है. अभी तक लोगों को इसका इंतजार है.
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के ऊना जिला में सीवरेज लाइन का इंतजार आज तक पूरा नहीं हो पाया है. 1996 में हुई ये घोषणा जो आज तक पूरी नहीं हो पाई है.
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में जाम की समस्या से निपटने के लिए अभी तक कोई भी कारगर कदम नहीं उठाया गया है. इसके अलावा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में बहुत सी ऐसी मांगें हैं, जो अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. संसदीय क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय खोलना और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सवाल उठते आए हैं. ये सभी मुद्दे इस लोकसभा चुनाव में अहम रोल निभाने वाले हैं.
वहीं, भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में विकास को गति दी गई है. रेलवे विस्तारीकरण पर भी कारगर कदम केंद्र की मोदी सरकार की मदद से उठाए गए हैं. कुछ विकास कार्यों में हो रही देरी पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि उन्होंने प्रोजेक्ट स्वीकृत तो करवा लिए थे, लेकिन पूर्व की कांग्रेस सरकार इन परियोजनाओं के लिए भूमि मुहैया करवाने में असफल रही.