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एनआरआई ने सरकारी स्कूल में बनाई लाइब्रेरी, सरकार ने अभी तक नहीं की लाइब्रेरियन की नियुक्ति

बड़सर में सरकारी स्कूल जौड़े अंब में लाइब्रेरी और कम्प्यूटर लैब बनाने के लिए लाखों रुपये खर्ट कर दिए. लेकिन अभी तक यहां किसी लाइब्रेरियन की नियुक्ति नहीं हो पाई है.

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Published : Aug 16, 2019, 3:06 PM IST

बड़सर: जिला हमीरपुर के बड़सर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जौड़े अंब में एनआरआई ने लाखों रुपये खर्च कर कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी भवन बनाया. इसके बावजूद इस स्कूल में लाइब्रेरियन की नियुक्त नहीं हो पाई है.

इस स्कूल में अपनी शुरूआती पढ़ाई पूरी करने वाले एनआरआई राजकुमार ने लाखों रुपए की कमाई स्कूल को आधुनिक बनाने में लगा दी. ताकि जो परेशानी स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्हें पेश आई वह इलाके के गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा हासिल करने में न आये.

बड़सर के छतोली गांव के रहने वाले राजकुमार ने कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी भवन के लिए दो साल पहले 55 लाख रुपये खर्च किए थे. ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को बेहतर सुविधा मिल सके. इसके बावजूद स्कूल को आज तक लाइब्रेरियन की सुविधा तक नही मिल पाई है.

राजकुमार का कहना है कि जिस स्कूल की लाइब्रेरी के लिए इतना खर्च किया उसका लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है.

राजकुमार शर्मा ने कहा कि 'स्कूल लाइब्रेरी को पब्लिक लाइब्रेरी कर दिया जाए, तो वह हर वर्ष लाइब्रेरी को दो से तीन लाख दान देता रहूंगा, ताकि क्षेत्र के युवा प्रतियोगिता की तैयारी स्कूल में ही कर सकें'.

राजकुमार ने कहा कि इस बारे में प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को भी कई बार अवगत करवा चुके हैं. इसके बावजूद कोई उचित कार्रवाही नहीं हो पाई है. पैसा तो स्कूल में खर्च कर दिया है लेकिन यहां पर रख रखाव से वह संतुष्ट नहीं है.

ये भी पढ़ें: 'जिम्मेदार' ही तोड़ रहे नियम, हमीरपुर में बिना सीट बेल्ट के दिखे कई मंत्रियों के ड्राइवर

बड़सर: जिला हमीरपुर के बड़सर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जौड़े अंब में एनआरआई ने लाखों रुपये खर्च कर कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी भवन बनाया. इसके बावजूद इस स्कूल में लाइब्रेरियन की नियुक्त नहीं हो पाई है.

इस स्कूल में अपनी शुरूआती पढ़ाई पूरी करने वाले एनआरआई राजकुमार ने लाखों रुपए की कमाई स्कूल को आधुनिक बनाने में लगा दी. ताकि जो परेशानी स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्हें पेश आई वह इलाके के गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा हासिल करने में न आये.

बड़सर के छतोली गांव के रहने वाले राजकुमार ने कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी भवन के लिए दो साल पहले 55 लाख रुपये खर्च किए थे. ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को बेहतर सुविधा मिल सके. इसके बावजूद स्कूल को आज तक लाइब्रेरियन की सुविधा तक नही मिल पाई है.

राजकुमार का कहना है कि जिस स्कूल की लाइब्रेरी के लिए इतना खर्च किया उसका लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है.

राजकुमार शर्मा ने कहा कि 'स्कूल लाइब्रेरी को पब्लिक लाइब्रेरी कर दिया जाए, तो वह हर वर्ष लाइब्रेरी को दो से तीन लाख दान देता रहूंगा, ताकि क्षेत्र के युवा प्रतियोगिता की तैयारी स्कूल में ही कर सकें'.

राजकुमार ने कहा कि इस बारे में प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को भी कई बार अवगत करवा चुके हैं. इसके बावजूद कोई उचित कार्रवाही नहीं हो पाई है. पैसा तो स्कूल में खर्च कर दिया है लेकिन यहां पर रख रखाव से वह संतुष्ट नहीं है.

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Intro:एनआरआई ने सरकारी स्कूल में लगाई लाखों रुपए की कमाई, सरकारी तंत्र को रास नहीं आई
बड़सर।
सालों से कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के राजकुमार शर्मा ने लाखों रुपए की कमाई हमीरपुर जिला के एक सरकारी स्कूल में लगा दी लेकिन सरकारी तंत्र को यह रास नहीं आई. हम बात कर रहे हैं हमीरपुर जिला के उपमंडल बड़सर के तहत आने वाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जौड़े अंब की। इस पाठशाला में अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने वाले n.r.i. राजकुमार ने यह सोच कर लाखों रुपए की कमाई स्कूल को आधुनिक बनाने में लगा दी कि जो परेशानी स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्हें पेश आई वह इलाके के गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा हासिल करने में आड़े न आये।
राजकुमार शर्मा ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जौड़े अंब में अपनी कमाई से कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी भवन तो बना दिया, लेकिन सरकार आज तक यहां लाइब्रेरियन ही नियुक्त नहीं कर पाई है। बड़सर उपमंडल के छतोली गांव निवासी कारोबारी ने कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी भवन के लिए दो वर्ष पूर्व 55 लाख के करीब खर्च किए थे, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को बेहतर सुविधा मिल सके, लेकिन स्कूल को आज तक लाइब्रेरियन की सुविधा तक नही मिल पाई है। राजकुमार को मलाल है कि जिस स्कूल की लाइब्रेरी के लिए उन्होंने बच्चों की सुविधा के लिए इतना खर्च किया उसका लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है।

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राजकुमार शर्मा का कहना है कि स्कूल लाइब्रेरी को पब्लिक लाइब्रेरी कर दिया जाए, तो वह हर वर्ष लाइब्रेरी को दो से तीन लाख दान देता रहूंगा, ताकि क्षेत्र के युवाओं को प्रतियोगिता की तैयारी स्कूल में ही कर सकें। राजकुमार ने कहा कि जो इस बारे में उन्होंने प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को भी इस बारे में कई बार अवगत करवा चुके हैं, लेकिन फिर भी कोई उचित कार्यवाही नही हो पाई है। पैसा तो स्कूल में खर्च कर दिया है लेकिन यहां पर रख रखाव से वह संतुष्ट नहीं है।


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