हमीरपुर: प्रदेश सरकार ने दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रमोट करने का निर्णय ले लिया है. इस सिलसिले में शिक्षा विभाग ने अभिभावकों से भी राय मांगी थी. हमीरपुर जिला में उच्च शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय ने शिक्षकों की राय को सार्वजनिक किया है.
हमीरपुर जिला में 70% से अधिक अभिभावक विद्यार्थियों को प्री बोर्ड एग्जाम और सेशन एग्जाम के आधार पर प्रमोट करने के हक में हैं. शिक्षा विभाग में लगभग 6 बिंदुओं पर अभिभावकों से राय मांगी है. जिसने परीक्षाओं के आयोजन पर स्कूलों को खोलने को प्रश्न भी पूछे गए हैं.
'अभी स्कूलों को नहीं खोला जाना चाहिए'
उच्च शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर दिलबर जीत चंद्र ने बताया कि शिक्षा विभाग के निर्देशों पर इस कार्य को किया गया है. अभिभावकों की तरफ से जो राय दी गई है उसे विभाग के उच्च अधिकारियों को सौंपा जाएगा. हर शिक्षा खंड में इस कार्य को किया गया है. उन्होंने कहा कि अधिकतर अभिभावक छात्रों को प्रमोट करने के पक्ष में है और अभिभावकों का यह मानना है कि अभी स्कूलों को नहीं खोला जाना चाहिए.
शिक्षा विभाग अभिभावकों के साथ लगातार संपर्क बना रहा है
गौरतलब है कि जिला और प्रदेश भर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच शिक्षा विभाग अभिभावकों के साथ लगातार संपर्क बना रहा है, ताकि स्कूलों को खोलने अथवा परीक्षाओं के आयोजन को लेकर सबकी सहमति से निर्णय लिया जा सके.
कुल मिलाकर हमीरपुर जिला के अभिभावक दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के हक में हैं. हालांकि अभिभावकों के राय पर ही प्रदेश सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में आज ही यह फैसला लिया है.
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