हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर फंक्शनिंग को सस्पेंड करने के बाद तमाम कार्यों पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. भर्ती से जुड़े सभी कार्य रोक दिए गए हैं. बावजूद इसके मंगलवार को दर्जनों अभ्यर्थी वेटरनरी फार्मासिस्ट के पद के लिए दस्तावेजों का मूल्यांकन करवाने हेतु कार्यालय में पहुंच गए. दरअसल इन अभ्यर्थियों को पूर्व में कार्यालय में आने की सूचना दी गई थी और इस सूचना के आधार पर ही अभ्यर्थी कार्यालय में पहुंच गए थे लेकिन देर शाम सरकार की तरफ से आयोग की फंक्शनिंग को सस्पेंड कर दिया गया था, इस वजह से अभ्यर्थियों को भी बैरंग लौटना पड़ा. (Candidates reaction on paper leak case)
ईटीवी भारत के संवाददाता ने यहां पर मौजूद अभ्यर्थियों से बातचीत की. प्रदेशभर से अभ्यर्थी यहां पर दस्तावेजों का मूल्यांकन करवाने के लिए पहुंचे थे. प्रदेश सरकार के निर्णय को लेकर भी इन अभ्यर्थियों ने अपनी राय रखी है. प्रदेश सरकार के निर्णय को जायज ठहराते हुए इन अभ्यर्थियों ने जल्द से जल्द जांच पूरे किए जाने की भी मांग उठाई है ताकि इनकी नौकरी का इंतजार लंबा ना हो. (JOA IT Paper Leak Case)
ऊना जिले के डाडासीबा से कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय पहुंचे वेटरनरी फार्मासिस्ट परीक्षा के अभ्यर्थी नीतीश कुमार का कहना है कि उन्हें कार्यालय में आने के लिए आज दिशा निर्देश दिए गए थे. इसके मुताबिक ही वो यहां पहुंचे हैं लेकिन यहां पर पता चला है कि सरकार के निर्णय के चलते अब दस्तावेजों का मूल्यांकन नहीं होगा. फिलहाल इसे स्थगित कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि सरकार केवल एक मामले में जो कदम उठा रही है उसका वह स्वागत करते हैं लेकिन मामले में शीघ्र कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि उनकी नौकरी का इंतजार भी लंबा ना हो. वहीं, जिला कांगड़ा के परागपुर से कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय में पहुंचे अभ्यार्थी चिराग का कहना है कि सरकार का निर्णय सही है. पेपर लीक मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आयोग को जल्द से जल्द मामले की जांच को पूरा करना चाहिए. ताकि युवाओं का भविष्य खराब न हो.
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