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हमीरपुर में पीलिया अलर्ट: देर शाम पेयजल योजना का निरीक्षण करने पहुंचे डीसी, 3 और पंचायतों में सामने आए मामले - हमीरपुर में फैला पीलिया

हमीरपुर जिले में पीलिया के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है. इसी कड़ी में डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा ने आज शाम को पीलिया और डायरिया प्रभावित क्षेत्रों की पेयजल योजनाओं का औचक निरीक्षण किया है. पढे़ं पूरी खबर... (Jaundice spread in Hamirpur).

Jaundice spread in Hamirpur
पेयजल योजना का निरीक्षण करने पहुंचे डीसी हमीरपुर.
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Published : Jun 30, 2023, 10:33 PM IST

हमीरपुर: जिला हमीरपुर में पीलिया के बढ़ते प्रकोप के चलते अब प्रशासन अलर्ट मोड पर है. डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा ने पीलिया और डायरिया प्रभावित क्षेत्रों के पेयजल योजनाओं का शुक्रवार देर शाम को औचक निरीक्षण किया है. बताया जा रहा है कि पेयजल योजना के पेयजल सैंपल में कुछ गड़बड़ी पाई जाने की आशंका जताई जा रही है जिसके बाद यहां पर व्यवस्था में सुधार के निर्देश प्रशासन की तरफ से बिहार को जारी किए गए हैं.

आपको बता दें कि जिला मुख्यालय हमीरपुर से सटी 7 पंचायतों के 10 गांव में पीलिया फैल गया है. यह पंचायतें सुजानपुर और हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की है जो कि जिला मुख्यालय हमीरपुर के साथ लगती हैं. स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर के मुताबिक अभी तक 70 लोग डायरिया और पीलिया की चपेट में आए हैं. कोट, सराहकड़, भरनांग ख्याह पंचायतों के 10 गांव बीमारी से प्रभावित है और लगातार मरीज सामने आ रहे हैं. मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर भी अलर्ट हो गया है और मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए टीम फील्ड में भेजी गई है. 26 जून को यहां पर पहला मामला सामने आया था जिसके बाद आप लगातार हमने बढ़ती जा रही हैं.

अब हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की 2 पंचायतों में भी फैला पीलिया: सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की कोट, सराहकड़, भरनांग ख्याह पंचायतों के अलावा टपरे पंचायत में भी पीलिया के मामले सामने आए हैं. इसके अलावा हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की अणु और रोपा पंचायत में भी कुछ मामले सामने आए हैं. शुरुआती चरण में महज 4 पंचायतों में मामले सामने आए थे और अधिकतर मामले सराहकड़, भरनांग पंचायत के हैं.

ईको लैब चंडीगढ़ और एनआईटी हमीरपुर में भेजे गए सैंपल: जल शक्ति विभाग हमीरपुर लगातार पेयजल योजनाओं के पानी की सैंपल ले रहा है, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नॉर्मल आई है अब विभाग की तरफ से थर्ड पार्टी टेस्टिंग की जा रही है. जिसके अंतर्गत इकोलैब चंडीगढ़ और एनआईटी हमीरपुर को शुक्रवार को सैंपल भेजे गए हैं. इन सैंपल की रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर आएगी. यह जानकारी जल शक्ति विभाग हमीरपुर के अधीक्षण अभियंता नीरज भोगल की तरफ से दी गई है.

विधायक राजेंद्र राणा ने ली बैठक: हमीरपुर के सर्किट हाउस में सुजानपुर विधायक राजेन्द्र राणा ने जल शक्ति विभाग के अधिाकरियों के साथ बैठक की है और पीलिया बारे फीडबैक ली है. इस अवसर पर बैठक में जल शक्ति विभाग के एसई नीरज भोगल, एसडीओ सुखदेव सिंह के अलावा जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा संजय जगोता, एसडीएम हमीरपुर मुनीष सोनी भी मौजूद रहे.

'सेप्टिक टैंकों का पानी नालों में ना बहाएं लोग': राजेन्द्र राणा ने कहा कि अधिकारियों के साथ पीलिया की फीडबैक ली है और पानी के सैंपल में समस्या आई है. जिसके लिए अब पेयजल स्त्रोतों को दुरूस्त किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग की चार टीमें गांव गांव जाकर अपना काम कर रही हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. विधायक राजेन्द्र राणा ने कहा कि बरसात के दिनों में सैप्टिक टैकों की सफाई करने से भी पेयजल स्कीमें दूषित हो रही हैं. इसलिए लोगों से अपील की है कि सेप्टिक टैकों का गंदा पानी नालों में ना बहाएं और यह दूषित पानी पेयजल स्कीमों में जा रहा है. उन्होंने लोगों से निवेदन किया है कि सेप्टिक टैकों के पानी को नालों में बहाएं.

ये भी पढ़ें- हमीरपुर जिले में Jaundice और Diarrhea का कहर, 70 से ज्यादा लोग चपेट में आए, पेयजल योजनाओं की गैसियस क्लोरिनेशन के निर्देश

हमीरपुर: जिला हमीरपुर में पीलिया के बढ़ते प्रकोप के चलते अब प्रशासन अलर्ट मोड पर है. डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा ने पीलिया और डायरिया प्रभावित क्षेत्रों के पेयजल योजनाओं का शुक्रवार देर शाम को औचक निरीक्षण किया है. बताया जा रहा है कि पेयजल योजना के पेयजल सैंपल में कुछ गड़बड़ी पाई जाने की आशंका जताई जा रही है जिसके बाद यहां पर व्यवस्था में सुधार के निर्देश प्रशासन की तरफ से बिहार को जारी किए गए हैं.

आपको बता दें कि जिला मुख्यालय हमीरपुर से सटी 7 पंचायतों के 10 गांव में पीलिया फैल गया है. यह पंचायतें सुजानपुर और हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की है जो कि जिला मुख्यालय हमीरपुर के साथ लगती हैं. स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर के मुताबिक अभी तक 70 लोग डायरिया और पीलिया की चपेट में आए हैं. कोट, सराहकड़, भरनांग ख्याह पंचायतों के 10 गांव बीमारी से प्रभावित है और लगातार मरीज सामने आ रहे हैं. मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर भी अलर्ट हो गया है और मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए टीम फील्ड में भेजी गई है. 26 जून को यहां पर पहला मामला सामने आया था जिसके बाद आप लगातार हमने बढ़ती जा रही हैं.

अब हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की 2 पंचायतों में भी फैला पीलिया: सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की कोट, सराहकड़, भरनांग ख्याह पंचायतों के अलावा टपरे पंचायत में भी पीलिया के मामले सामने आए हैं. इसके अलावा हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की अणु और रोपा पंचायत में भी कुछ मामले सामने आए हैं. शुरुआती चरण में महज 4 पंचायतों में मामले सामने आए थे और अधिकतर मामले सराहकड़, भरनांग पंचायत के हैं.

ईको लैब चंडीगढ़ और एनआईटी हमीरपुर में भेजे गए सैंपल: जल शक्ति विभाग हमीरपुर लगातार पेयजल योजनाओं के पानी की सैंपल ले रहा है, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नॉर्मल आई है अब विभाग की तरफ से थर्ड पार्टी टेस्टिंग की जा रही है. जिसके अंतर्गत इकोलैब चंडीगढ़ और एनआईटी हमीरपुर को शुक्रवार को सैंपल भेजे गए हैं. इन सैंपल की रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर आएगी. यह जानकारी जल शक्ति विभाग हमीरपुर के अधीक्षण अभियंता नीरज भोगल की तरफ से दी गई है.

विधायक राजेंद्र राणा ने ली बैठक: हमीरपुर के सर्किट हाउस में सुजानपुर विधायक राजेन्द्र राणा ने जल शक्ति विभाग के अधिाकरियों के साथ बैठक की है और पीलिया बारे फीडबैक ली है. इस अवसर पर बैठक में जल शक्ति विभाग के एसई नीरज भोगल, एसडीओ सुखदेव सिंह के अलावा जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा संजय जगोता, एसडीएम हमीरपुर मुनीष सोनी भी मौजूद रहे.

'सेप्टिक टैंकों का पानी नालों में ना बहाएं लोग': राजेन्द्र राणा ने कहा कि अधिकारियों के साथ पीलिया की फीडबैक ली है और पानी के सैंपल में समस्या आई है. जिसके लिए अब पेयजल स्त्रोतों को दुरूस्त किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग की चार टीमें गांव गांव जाकर अपना काम कर रही हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. विधायक राजेन्द्र राणा ने कहा कि बरसात के दिनों में सैप्टिक टैकों की सफाई करने से भी पेयजल स्कीमें दूषित हो रही हैं. इसलिए लोगों से अपील की है कि सेप्टिक टैकों का गंदा पानी नालों में ना बहाएं और यह दूषित पानी पेयजल स्कीमों में जा रहा है. उन्होंने लोगों से निवेदन किया है कि सेप्टिक टैकों के पानी को नालों में बहाएं.

ये भी पढ़ें- हमीरपुर जिले में Jaundice और Diarrhea का कहर, 70 से ज्यादा लोग चपेट में आए, पेयजल योजनाओं की गैसियस क्लोरिनेशन के निर्देश

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