हमीरपुरः हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों में संस्कृत भाषा को प्राथमिकता देने कि लिए नई योजना तैयार की है. अब प्रदेश के स्कूलों में संस्कृत भाषा को हाईटेक तरीके से बच्चों को खेल-खेल में सिखाया जाएगा. प्रदेश के स्कूलों में संस्कृत विषय को दूसरी कक्षा से शुरू करने के निर्णय के बाद शिक्षा बोर्ड ने सिलेबस को तैयार करने के लिए कवायद शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार शिक्षा बोर्ड संस्कृत भाषा की इस योजना के लिए मॉड्यूल और चैप्टर तैयार कर रहा है. यह चैप्टर डिजीटल तरीके से वीडियो फॉर्मेट में से तैयार किए जा रहे हैं. इन मॉड्यूल को बच्चों की कक्षाओं में दिखाया जाएगा.
शिक्षा बोर्ड का प्रयास है कि डिजीटल मोड में जिस तरह से बच्चे कार्टून को टीवी पर देखना पसंद करते हैं, ठीक उसी तरह से वीडियो तैयार किए जाएं और उन्हें बच्चों को दिखाकर उसी तरह की एक्टिविटी करवाई जाए.
हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉक्टर सुरेश सोनी ने कहा कि बच्चों को कम्युनिकेटिव संस्कृत सिखाई जाएगी और यह कोई मुश्किल कार्य नहीं होगा. इस विषय को रोचक बनाया जाएगा और बच्चे खेल-खेल में संस्कृत सीखेंगे. आने वाले 3 साल में इसके परिणाम हमारे सामने होंगे.