चंबा: जिला चंबा के तहत आने वाली तीन पंचायतों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से लोगों को दिक्कतें पेश हो रही है. जिला की चरोड़ी, करेरी, भावला पंचायतों की हजारों की आबादी को मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है. जब भी कोई यहां बीमार हो जाता है तो उसे 60 किलोमीटर दूर चंबा ले जाना पड़ता है, जिसके चलते लोगों का समय भी बर्बाद होता है और पैसा भी काफी खर्च होता है.
प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र खोलने की मांग
इन तीन पंचायतों की आबादी हजारों में होने के बावजूद भी सरकार ने इन पंचायतों में कोई भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं खोला. इसकी वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार लोगों ने इन पंचायतों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग की है, लेकिन हर बार उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया. लोगों की मानें तो कोरोना वायरस का दौर में उनकी परेशानी ज्यादा बढ़ गई है. अगर सरकार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलती है तो उन्हें मूलभूत सुविधाओं के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर सफर नहीं करना पड़ेगा.
बीमारी में काफी किलोमीटर तक पैदल करना पड़ता है सफर
स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारी तीन पंचायतों की आबादी हजारों में है, लेकिन यहां पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. जब भी कोई बीमार होता है तो हमें यहां से चंबा जाना पड़ता है जो काफी दूर है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि इन 3 पंचायतों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले ताकि लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिल सकें. सरकार को यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने चाहिए ताकि हमें स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके. स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने कई बार स्थानीय विधायक और जिला प्रशासन ने मांग भी की है, लेकिन उनकी मांग को अनसुना किया गया.
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