शिमला: हिमाचल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. कांग्रेस ने पांवटा शहरी के पूर्व अध्यक्ष असगर अली को छह साल के लिए निष्काषित कर दिया है जबकि पार्टी सचिव राकेश चौधरी और हमीरपुर सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर विवेक कटोच को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर जवाब तलब किया है.
कांग्रेस ने अनुशासन समिति की सिफारिश के बाद ये कार्रवाई की है. सोशल मीडिया पर बयानबाजी पर समिति ने 15 पार्टी पदाधिकरियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी. जिसमें तीन के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई है जबकि अन्य को भी नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था. इसमें से कुछ आईडी फेक भी पाई गई थी.
ये भी पढ़े: रात को ठेकेदार ने मिट्टी पर बिछा दिया तारकोल, कुछ ही घंटों में उखड़ गई सड़क
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद ये पदाधिकारी पार्टी के ही वरिष्ठ नेताओं वीरभद्र सिंह, राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर रहे थे. कई बार आगाह करने के बाद भी इन नेताओं ने बयानबाजी बंद नहीं की. हालांकि कुछ नेताओं ने समिति के समक्ष अपना पक्ष रख दिया था और बयानबाजी बन्द कर दी थी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा की पार्टी में अनुशासन हीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अनुशासन समिति की सिफारिश पर सोशल मीडिया पर बयानबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और अन्य पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी बयानबाजी न करने की नसीहत दी है.