बिलासपुर: कोरोना वायरस के चलते मंदिर न्यास के चढ़ावे में कमी आई है, लेकिन मंदिर में विकासात्मक कार्य व स्कॉलरशिप सहित गरीब बेटियों की शादी के लिए मंदिर न्यास की ओर से मदद की जाती है. मंदिर न्यास की और से जिला भर में 20 मेधावी विद्यार्थियों को हर साल स्कॉलरशिप दी जाती है, वह इंजीनियरिंग की हो या फिर कहीं भी डॉक्टरी अन्य कोर्स के लिए हो.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए नैना देवी जी मंदिर न्यास अधिकारी हुसन चंद चौधरी ने बताया कि मंदिर न्यास की ओर से नैना देवी क्षेत्र में 10 व जिला भर के अन्य क्षेत्रों से 10 विद्यार्थियों को चिन्हित किया जाता है. यह सारी चयन प्रक्रिया कमेटी की ओर से की जाती है, जिसके बाद मेधावी बच्चों को स्कॉलरशिप दी जाती है.
न्यास अधिकारी ने बताया कि कोरोना की वजह से मंदिर चढ़ावे में कमी आई है, लेकिन नैना देवी जी न्यास की ओर से विकासात्मक कार्यों में कोई कमी नहीं आई है. उन्होंने बताया कि अभी तक मंदिर ट्रस्ट उपमंडल नैना देवी के तहत मेधावी बेटियों का चयन कर, उन्हें मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप के रूप में 25000 रुपये की राशि प्रदान करता रहा है.
हाल ही में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय के तहत अब पूरे जिला बिलासपुर की बेटियों के साथ ही बेटों को भी योजना का हकदार बनाया गया है और स्कॉलरशिप की राशि भी बढ़ाकर ₹100000 तक कर दी है. इसमें कोर्स का खर्चा होस्टल की फीस संयुक्त रूप से शामिल होगी. खास बात है क्या मेडिकल व इंजीनियरिंग नहीं बल्कि किसी भी प्रोफेशनल कोर्स जैसे लॉ, एमसीए, जनरलिज्म इत्यादि की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप दी जाएगी.