बिलासपुरः प्रदेश भर में शिवरात्रि महोत्सव की धूम रही. जगह-जगह मंदिर भोलेनाथ के जयकारों से गूंजे. घुमारवीं उपमंडल की निहारी-बरठीं रोड के किनारे कोटलू-ब्राहम्णां में स्थित शिव-शक्ति मंदिर में भोलेनाथ व माता पार्वती पिंडी रूप में स्वयंभू विराजमान हैं. मंदिर में पिंडी दर्शन से ही शांति मिलती है.
यह मंदिर पांडवों के समय का बताया जाता है. इस मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालु की मनोकामना पूरी होती है. महाशिवरात्रि पर्व पर हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. शिमला-धर्मशाला एनएच में निहारी से यह मंदिर 7 किलोमीटर दूर है. पूर्वजों की माने तो इस मंदिर का इतिहास बड़ा ही रोचक है.
कथानुसार बहुत समय पहले गांव के ही कुछ लोगों द्वारा इन पिंडियों को अन्य स्थान पर ले जाने की कोशिश की गई, लेकिन खुदाई करते समय पिंडियां और गहरी होती चली गई. इसके बाद महादेव ने स्वयं प्रकट होकर कहा कि मुझे अन्य स्थान पर ले जाने की कोशिश न करें.
तब से लेकर इस मंदिर में लोग भोलेनाथ का आशीर्वाद लेने मंदिर पहुंचते हैं व सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं.
वहीं बिलासपुर में महाशिवरात्रि पर्व के दौरान शिवभक्तों का जमावड़ा लगा रहा. शिव भक्तों ने मनोकामनाओं को पूर्ण करने के प्रति शिवलिंगों पर बिल-पत्र व दूध -लस्सी अर्पित किए गए. इस उपलक्ष्य में बिलासपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर से पूरे शहर में भव्य झांकी भी निकाली गई, जिसमें श्रद्धालुओं ने काफी संख्या में भाग लिया.