बिलासपुर: भगवान शंकर की आराधना का पर्व और शिव-पार्वती के विवाह का उत्सव यानि महाशिवरात्रि. वैसे तो शिवरात्रि हर महीने होती है, लेकिन शिव-पार्वती के विवाह की वर्षगांठ के रूप में महाशिवरात्रि साल में एक बार ही मनाई जाती है. फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिव और शक्ति के मिलने के उत्सव में शिवरात्रि मनाई जाती हैं.
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर ईटीवी भारत आज आपको अपनी खास पेशकश शिवरात्रि स्पेशल में बताएगा कि हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में हर साल कैसे महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है.
मंदिर न्यास और पुजारी वर्ग के सहयोग से महाशिवरात्रि उत्सव हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते है. इस साल भी मंदिर प्रशासन की ओर से महा शिवरात्रि की तैयारियां जोर शोर से की जा रही है.
महादेव के उत्सव वाले दिन नैना देवी में शिव पाठ और शिव जप का आयोजन किया जाता है. सभी श्रद्धालु भोलेनाथ की भक्ति के रस में डूब जाते है. शिवरात्रि महोत्सव के दौरान मंदिर के प्रांगण में शिव महापुराण की कथा भी सुनाई जाती है.
वहीं, मंदिर के पुजारी बताते है कि कि यह शिवरात्रि महोत्सव 11 दिन तक आयोजित किया जाता है. महाशिवरात्रि के अगले दिन महायज्ञ की पूर्णाहुति दी जाती है. और फिर विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है.
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