बिलासपुर: हिमाचल में कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना के चलते कारोबार पर भी बुरा असर पड़ा है. अनलॉक 1.0 में सरकार ने शर्तों के साथ छूट दी है, लेकिन एहतियातन लोग घरों से कम ही निकल रहे हैं. ऐसे में इसका कारोबार पर असर पड़ रहा है.
बिलासपुर शहर के दुकानदार ग्राहकों की राह ताक रहे हैं. ग्राहकों की कमी के चलते दुकानदारों को अपनी रोजी-रोटी भी संकट में नजर आ रही है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए ग्राहक बाजार नहीं पहुंच रहे हैं, जिसका सीधा असर बिलासपुर शहर के मार्केट में पड़ रहा है. सामान्य दिनों में एक दिन में 20 से 30 लाख रुपये की सेल होती थी, लेकिन अब वही सेल 10 से 20 हजार रुपये तक सिमट कर रह गई है.
दुकानदारों का कहना है कि प्रति माह दुकानों व स्टोर का हजारों रुपये किराया भरना होता है, लेकिन अब दुकानों का काम ठप होने की वजह उनको यह किराया भरने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालात ऐसे हैं कि कुछ दुकानदारों ने अपने पुराने स्टोरों को भी खाली कर दिया है. बाहरी राज्यों से सामान बहुत कम पहुंच रहा है, साथ ही यहां पर काम कम होने की वजह से उनका पहले का ही सामान नहीं बिक रहा है.
गौरतलब है कि बिलासपुर शहर के साथ लगती बामटा पंचायत में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जिसके चलते बिलासपुर शहर की मार्केट को दो हिस्सों में बांटा गया था. एक हिस्सा कंटेनमेंट जोन तो दूसरा बफर जोन. कंटेनमेंट जोन में दुकानों सहित अन्य सारी गतिविधियों पर प्रशासन की ओर से लगाम लगा दी गई थी. यहां पर किसी भी तरह की मूवमेंट पर प्रतिबंध था.
वहीं, दूसरी ओर बफर जोन में दुकानें खुली थी. ऐसे में लोगों में भय पैदा हो गया था, जिसके चलते लोग मार्केट में कम पहुंच रहे थे. इसके चलते इसका सीधा असर बिलासपुर शहर की मार्केट पर पड़ा. लॉकडाउन के चलते करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचा है, जिसकी भरपाई होने में काफी समय लगेगा. दुकानदारों ने जिला प्रशासन के जारी आदेशों का पालन भी किया है. दुकानदारों का कहना है कि संकट की इस घड़ी वह सरकार और प्रशासन के साथ है.