बिलासपुर: नए सत्र से बिलासपुर जिला के 265 प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी बायोमेट्रिक सिस्टम से ली जाएगी. इससे सरकारी शिक्षकों की लेट-लतीफी की आदत छूट जाएगी. इसके लिए शिक्षा विभाग ने बायोमेट्रिक मशीनें लगाना भी शुरू कर दी हैं और नए सत्र से यह मशीनें शुरू की जाएगी.
मशीनें लगने के बाद स्कूलों में अब कोई भी शिक्षक लेट नहीं पहुंच पाएगा. इतना ही नहीं समय अवधि से 15 मिनट पहले संस्था प्रधान, शिक्षक और अन्य स्टाफ को स्कूल पहुंचना होगा. किसी के नहीं पहुंचने या विलंब से आने पर जानकारी बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से विभाग के पास पहुंच जाएगी. इन मशीनों को इंटरनेट के माध्यम से शिक्षा विभाग से जोड़ने का काम भी शुरू हो गया है. सिस्टम दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी प्रधानाचार्य की होगी. मशीन के जरिए सभी अनुबंध और नियमित कर्मचारियों की हाजिरी लगेगी.
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक सुदर्शन सिंह ने बताया कि इस बायोमेट्रिक मशीन से हर स्कूल के अध्यापकों पर नजर रखी जा सकती है. वही खास बात है कि अगर किसी अध्यापक की ड्यूटी अलग स्कूल में लगाई जाती है तो उक्त अध्यापक वहीं पर जाकर भी अपनी हाजिरी बायोमीट्रिक मशीन पर लगा सकता हैं ताकि विभाग को पता लग सके कि संबंधित अध्यापक ड्यूटी पर स्कूल में पहुंचा है या नहीं.
गौरतलब है कि आदेश में शिक्षकों को भी स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि अगर स्कूल आने में देरी हो तो वेतन भी कट सकता है. शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों को निर्धारित समय से 15 मिनट पहले स्कूल पहुंचने की हिदायत दी है.
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