बिलासपुर: जिला विक्रेता संघ बिलासपुर ने चंपा पार्क में अपनी मांगों को लेकर एकदिवसीय सांकेतिक धरना दिया. इसमें जिला भर के 100 से ज्यादा विक्रेताओं ने भाग लेते हुए अपने साथ हो रहे अन्याय के बारे मंथन किया और विक्रेताओं के लिए सरकार की तरफ से स्थायी नीति बनाने की आवाज बुलंद की.
जिला विक्रेता संघ के प्रधान रमेश सहगल ने बताया प्रदेश भर में हजारों विक्रेता कार्य कर रहे हैं. प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई अन्न योजना को लोगों तक पहुंचाने का काम विक्रेता कर रहे हैं. सहगल ने बताया कि आज विक्रेताओं के साथ वेतन और कमीशन के तौर पर अन्याय हो रहा है.
रमेश सहगल ने कहा कि विक्रेताओं ने कई बार अपनी मांगों को लेकर मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को अवगत करवाया, लेकिन आज तक विक्रेताओं की मांगों पर गौर नहीं किया गया. इसके अलावा जो विक्रेता कमीशन पर कार्य कर रहे हैं, उन्हें भी कमीशन के तौर पर ठगा जा रहा है. प्रधानमंत्री अन्न योजना में मिलने वाले कमीशन का पूरा हक विक्रेताओं का है, जबकि कुछेक सहकारी सभाओं द्वारा विक्रेताओं को एक प्रतिशत कमीशन भी नहीं दिया जा रहा है.
रमेश सहगल ने कहा कि आज महंगाई आसमान छू रही है. विक्रेता कोरोना काल में भी अपने परिवार की परवाह किये बिना लोगों तक राशन पहुंचाते आ रहे हैं, लेकिन विक्रेताओं को हर तरफ से मायूस किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ना तो कमीशन सही तरीके से मिल पा रहा है और ना ही वेतनमान लागू कर चुकी सहकारी सभाएं विक्रेताओं को वेतन दे रही हैं.
रमेश सहगल ने कहा कि यह एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन है. अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो जल्द ही पूरे प्रदेश के विक्रेता हड़ताल पर जाएंगे. उन्होंने कहा कि विक्रेताओं के लिए स्थायी नीति बनाई जाए. केरल और तमिलनाडु की तर्ज पर विक्रेताओं को लाभ दिए जाएं जिससे विक्रेताओं के परिवार भी पल सकें.
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