सोलन: सोलन सड़कों से गोवंश हटाने के सरकार के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं. शहर की सड़कों पर कई गोवंश घूमते नजर आ रहे हैं. गोवंशों की वजह से कई बार हादसे हो चुके हैं. हालांकि आवारा पशुओं को एक आवास मिले इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है. वहीं, सड़कों पर गोवंश ना रहे इसके लिए भी सरकार द्वारा अभियान चलाए जा रहे हैं.
अगर, जिला सोलन की बात की जाए तो जिला सोलन में पिछले 1 साल में पशुपालन विभाग ने करीब साढ़े 12 सौ आवारा पशुओं को एनएच से सटे गांव और स्टेट हाई-वे से उठाकर गोअभ्यारण में भेजा है. पशुपालन विभाग सोलन (Animal Husbandry Department Solan) के उपनिदेशक डॉ. बीबी गुप्ता ने बताया कि जिला सोलन में 31 ऐसे गो सदन हैं जिन्हें विभिन्न संस्थाओं द्वारा चलाया जा रहा है. इन 31 गो सदनों में करीब 4600 ऐसे पशु हैं जिन्हें सड़कों से उठाकर लाया गया है. उन्होंने बताया कि हर साल पशुपालन विभाग द्वारा यह मुहिम चलाई जाती है कि इन आवारा पशुओं को एक आवास मिल सके.
उन्होंने कहा कि बद्दी में गोअभ्यारण्य (cow sanctuary in baddi) खुला है जहां पर निराश्रित पशु जिन्हें सड़कों पर छोड़ा जाता है उन्हें रखा गया है. इस अभ्यारण्य को एक संस्था द्वारा चलाया जा रहा है. जिसकी अध्यक्षता एसडीएम नालागढ़ कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे लोग सड़कों पर इन पशुओं को ना छोड़ें. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी आवारा पशु मुक्त हिमाचल का सपना देख रही है. ऐसे में जिला सोलन को भी आवारा पशु मुक्त करने के लिए वह लोग विभाग का और सरकार का साथ दें ताकि सड़कों पर गोवंश ना रहे.