हिमाचल में 'अमरनाथ' के कीजिए दर्शन, अंजनी महादेव मंदिर से जुड़ा है इतिहास, बर्फ से बने शिवलिंग को देखने उमड़े श्रद्धालु - KULLU MINI AMARNATH
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team
Published : Feb 25, 2025, 9:53 PM IST
|Updated : Feb 25, 2025, 10:10 PM IST
कुल्लू: हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि यहां कण-कण में देवी-देवताओं का वास है. यही वजह है कि जहां मंडी जिले को छोटी काशी के नाम से जाना जाता है, वहीं, कुल्लू जिले के सोलंगनाला में प्राकृतिक रूप से बर्फ से शिवलिंग का निर्माण होता है, जिसे हिमाचल का अमरनाथ भी कहा जाता है.
दरअसल, सोलंगनाला से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर अंजनी महादेव मंदिर हैं. यहां पर हर साल प्राकृतिक रूप से बर्फ का एक शिवलिंग तैयार होता है, जिसकी ऊंचाई हर साल बढ़ती घटती रहती है. इस बार भी अंजनी महादेव में करीब 35 से 40 फीट ऊंचा शिवलिंग बना हुआ है, जिसे देखने के लिए श्रद्धालु और पर्यटक यहां पर पहुंच रहे हैं.
मनाली के पास सोलंगनाला स्थित इस अंजनी महादेव मंदिर से कई धार्मिक मान्यताएं भी जुड़ी है. मंदिर के पुजारी संतोष की माने तो यहां पर हनुमान जी की माता अंजनी ने पुत्र प्राप्ति के लिए 7 हजार साल तक भगवान शिव की तपस्या की थी, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें पुत्र प्राप्ति का वरदान दिया था. तब से लेकर अब तक यहां बर्फ का शिवलिंग बनता और हर साल अपना आकार बदलता रहता है.
पुजारी संतोष के अनुसार इस स्थान की खोज बाबा प्रकाश पुरी ने की थी, जिसके बाद यहां पर मंदिर का निर्माण करवाया गया. सोलंगनाला में प्राकृतिक रूप से बनने वाले बर्फ के शिवलिंग को देखने के लिए हर साल यहां देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. वहीं, सावन माह और शिवरात्रि का त्योहार भी यहां पर धूमधाम के साथ मनाया जाता है.
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