सोलन: पच्छाद से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली दयाल प्यारी घर से शिमला बोलकर आई थी, लेकिन घर नहीं पहुंची और मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहा था. पति पृथ्वी और ससुर मातराम सोलन के जटोली शगुन होटल पहुंचे, तब पता चला कि दयाल प्यारी कल रात से यही हैं.
निर्दलीय प्रत्याशी दयाल प्यारी ने बताया कि बीजेपी के कुछ समर्थकों द्वारा चुनाव में नामांकन वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. दयाल प्यारी ने संशय हटाते हुए कहा कि वो लोगों के लिए चुनाव लड़ेगी और एक आजाद प्रत्याशी के रूप में उम्मीदवार होकर चुनाव में विजय होगी.
बता दें कि दयाल प्यारी कि भाजपा से टिकट न मिलने के बाद दयाल प्यारी और आशीष सिकटा ने निर्दलीय फॉर्म भरा था, लेकिन उन पर नाम वापस लेने के लिए दबाव डाला जा रहा था. ऐसे में इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि पूनम नाम वापस लेने का दबाव डाला जा रहा.