सोलन: शहर के चंबाघाट में इंटीग्रेटेड हाउसिंग फॉर स्लम डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत चल रहा प्रोजेक्ट पैसे की कमी की वजह से लटक गया है. आधे-अधूरे प्रोजेक्ट पर 6.50 करोड़ रुपए खर्च हो चुका है. अब नगर परिषद बचे हुए फ्लैटस को मार्केट रेट पर बेचने की तैयारी कर रही है .
बता दें कि नगर परिषद में प्रस्ताव पारित हो गया है . केंद्र सरकार ने सोलन नगर परिषद में योजना के तहत ₹10 करोड़ का प्रोजेक्ट मंजूर किया था. इसके लिए चंबाघाट के पास जमीन दी गई थी और केंद्र से पहली किश्त के तौर पर 3.30 करोड़ मिले थे.
वहीं, नगर परिषद अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत चंबाघाट में बन रहे फ्लैट का काम नगर परिषद के लिए चुनौती बनता जा रहा है, साथ उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य 2015 में शुरू हुआ था. बाद में यहां की जमीन का मसला कानूनी दाव पेंच में फंस गया और केंद्र से किश्त न मिलने पर ये योजना ही बंद हो गई. उसके बाद नगर परिषद ने योजना को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार से लोन लिया था, लेकिन इन पैसों से भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं पाया. अब नगर परिषद प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए बने हुए फ्लैटों को बेचकर आगे का काम शुरू करेगी.
जानकारी के अनुसार यहां 96 लाभार्थियों के लिए फ्लैट तैयार किए जा रहे हैं और आधे से ज्यादा तैयार भी हो गए हैं. योजना के लिए लाभार्थियों का चयन 2012-13 में किया गया था. हालांकि लाभार्थियों की संख्या घटकर 48 ही रह गई है .
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