हैदराबादः आज 12 नवंबर, 2024 मंगलवार, के दिन कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है. इसे प्रबोधिनी एकादशी, देव उठनी एकादशी और देवुत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस तिथि के रक्षक भगवान विष्णु है. विवाह समारोह के साथ स्वनियंत्रण और उपवास के लिए यह तिथि अच्छी है. साथ ही धन प्रदायक गतिविधियों की ऊर्जा के साथ खुद को संलग्न करने के लिए भी यह तिथि अच्छी है.
शुभ कार्यों के लिए वर्जित नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मीन राशि और पूर्वभाद्रपदा नक्षत्र में रहेगा. इस नक्षत्र का विस्तार कुंभ राशि में 20 डिग्री से लेकर 3:20 डिग्री मीन राशि तक है. इसके देवता रुद्र और नक्षत्र स्वामी बृहस्पति है. लड़ाई, छल और संघर्ष या शत्रुओं के विनाश की योजना बनाने, कीटनाशक छिड़कने, आगजनी, कचरा जलाने, विनाश के कार्य या क्रूरता के कार्यों के लिए ये उपयुक्त नक्षत्र है. लेकिन शुभ कार्यों के लिए ये नक्षत्र अनुकूल नहीं है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 15:09 से 16:32 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम से भी परहेज करना चाहिए।
12 नवंबर का पंचांग :
- विक्रम संवत : 2080
- मास : कार्तिक
- पक्ष : शुक्ल पक्ष एकादशी
- दिन : मंगलवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष एकादशी
- योग : हर्शन
- नक्षत्र : पूर्वभाद्रपदा
- करण : विष्टि
- चंद्र राशि : मीन
- सूर्य राशि : तुला
- सूर्योदय : 06:51:00 AM
- सूर्यास्त : 05:56:00 PM
- चंद्रोदय : 03:00:00 PM
- चंद्रास्त : 03:35:00 AM, नवंबर 13
- राहुकाल : 15:09 से 16:32
- यमगंड : 11:00 से 12:23