शिमला: कोरोना महामारी की वजह से स्कूल और सार्वजनिक स्थल बंद हैं, इसलिए छात्रों और लोगों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घर पर ही मनाया. वहीं, कई स्कूलों द्वारा ऑनलाइन वीडियो के माध्यम से बच्चों को योग सिखाकर विश्व योग दिवस मनाया गया.
बता दें कि हर साल विश्व योग दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन रिज मैदान पर किया जाता था. जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय मौजूद रहते थे, लेकिन इस बार कोरोना जैसी महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सार्वजनिक रुप से नहीं मनाया गया.
शहर के दयानंद पब्लिक स्कूल के समस्त विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों सहित शिक्षकों ने आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा आयोजित ऑनलाइन योग कार्यक्रम में भाग लेकर विश्व योग दिवस मनाया. सुबह के योग सत्र का आयोजन कक्षा पांचवीं से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए किया गया और उन्हें योग के महत्व के बारे में बताया गया.
प्रातः कालीन सत्र का संचालन कुमारी रुकमणी देवी (राज्य संचालक) द्वारा किया गया. संध्या कालीन सत्र का आयोजन कुमारी श्रेया (राष्ट्रीय संयोजक) द्वारा किया गया. संस्था द्वारा कक्षा 9वीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए योग सत्र का आयोजन शाम 4 से 5 बजे तक किया गया.
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जुन्गा के एनएसएस समूह के बच्चों द्वारा विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से योगासन किया गया. साथ ही एनएसएस की स्वयंसेवी परख, कशिश, भुवनेश्वरी, प्रियांशु ने घर पर स्लोगन और योग करके लोगों को योग के बारे में जानकारी दी.
प्रधानाचार्य अनिता पठानिया ने बच्चों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि योग एक ऐसी सुलभ और प्राकृतिक पद्धति है, जिससे स्वस्थ मन और शरीर के साथ अनेक आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि योग मनुष्य की काया को निरोग बनाता है, इसलिए हमें रोज योग करना चाहिए.
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