शिमला: आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के मौके पर विज्ञान के गौरवशाली सफर को दर्शाने के मकसद से देश भर में 22 से 28 फरवरी तक "विज्ञान सर्वत्र पूज्यते" सप्ताह मनाया जा (Vigyan Sarvatra Pujyate week) रहा है. विज्ञान प्रसार विभाग ऑफ साइंस और टेक्नोलॉजी भारत सरकार और हिमकोस्ट के संयुक्त तत्वावधान से शिमला में भी मंगलवार से विज्ञान सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसका शुभारंभ निजी शिक्षण संस्थान रेगुलेटरी कमीशन हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष रिटायर मेजर जनरल अतुल कौशिक ने संजौली कॉलेज (Science Program in sanjauli college) से किया.
सप्ताह भर चलने वाले विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम में विज्ञान और तकनीकी पर आधारित वक्ताओं के थीम बेस लेक्चर, साइंस क्विज, साइंस मॉडल प्रदर्शनी और डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग आयोजित की जाएगी. सप्ताह भर में में विज्ञान पर केंद्रित 50 डॉक्यूमेंट्री दिखाई जाएगी. इस मौके पर मेजर जनरल अतुल कौशिक ने कहा कि विज्ञान ने मनुष्य का नेचर ही बदल दिया है. विज्ञान ने लोगों ने बताया है कि ब्रह्माण्ड, आकाश और धरती क्या है. विज्ञान ने लोगों को प्रकृति की सच्चाई से अवगत करवाया है. विज्ञान ही आज के समय में सब कुछ है. विज्ञान ने लोगों में क्रांति लाने में कामयाबी हासिल की है.
वहीं, सतपाल धीमान, अतिरिक्त सचिव, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सह संयुक्त सदस्य सचिव, हिमकोस्ट ने मुख्य अतिथि और अन्य व्यक्तियों का स्वागत किया. उन्होंने सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम की जानकारी दी. विज्ञान सर्वत्र पूज्यते का समापन 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर होगा. युवा विज्ञान पुरस्कार योजना राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2018 में शुरू की गई थी.
उन्होंने उन चार विषयों पर ध्यान केंद्रित किया, जो इस कार्यक्रम के तहत मनाए जाने वाले हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से हिमकोस्ट छात्रों के बीच विभिन्न वैज्ञानिक पहलुओं पर वैज्ञानिक सोच और जागरूकता पैदा करने में अत्यधिक सहायता प्रदान करने का प्रयास कर रहा है. युवा विज्ञान पुरस्कार योजना के तहत छात्रों को पुरस्कृत किया जाएगा.
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