शिमलाः आईजीएमसी में स्वाइन फ्लू के दो और नए मामले सामने आये हैं. शिमला शहर की एक महिला और एक व्यक्ति इस वायरस की चपेट में आए हैं. चिकित्सकों ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया है.
यह दोनों मरीज शिमला के ही रहने वाले है. इनमें महिला उम्र 75 और व्यक्ति की 62 वर्ष है. बताया जा रहा है कि यह लोग तीन दिन पहले अपना उपचार करवाने IGMC आए थे.
चिकित्सक ने जब इनके टैस्ट लिए तो रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई. IGMC में अभी तक 9 मामले स्वाइन फ्लू के आ चुके हैं. लगातार स्वाइन फ्लू के मामले पेश आने के बाद चिकित्सकों ने लोगों को निर्देश दिए है कि अगर स्वाइन फ्लू के कोई लक्षण दिखाई दे तो तुरंत अस्पताल में आए और अपने टैस्ट करवाए.
स्वाइन फ्लू के लक्षण -
बुखार या बढ़ा हुआ तापमान, अत्यधिक थकान, सिरदर्द, गले में खराश, ठंड लगना, नाक बहना, कफ, सांस लेने में तकलीफ , उल्टी या दस्त आना, भूख कम लगना आदि है.
वहीं, चिकित्सको का कहना है कि जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो उसके साथ निकले वायरस सतह पर आ जाते हैं. ये वायरस 24 घंटे तक खुली हवा में जीवित रहता है, इसीलिए इनसे बहुत तेजी से संक्रमण फैलता है. इसलिए यदि इस दौरान कोई इनके संपर्क में आता है तो वह इस वायरस से संक्रमित हो सकता है.
स्वाइन फ्लू एक गंभीर बीमारी है. इससे पहले कई मरीजों की मौत भी हो चुकी हैं. स्वाइन फ्लू (इन लुएंजा) यानी फ्लू वायरस के अपेक्षाकृत नए स्ट्रेन इन लुएंजा वायरस से होने वाला इनफेक्शन है. इस वायरस को ही एच-1-एन1 कहा जाता है.
इसे स्वाइन फ्लू इसलिए कहा गया है, क्योंकि सुअर में लू फैलाने वाले इन लुएंजा वायरस से मिलता-जुलता है और स्वाइन फ्लू का वायरस तेजी से फैलता है.
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